यहॉ खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा,जानिए हालात
340.50 मी0 पर डेंजर लेवल,जलस्तर 341.30 मीटर के पार।
ऋषिकेश/उत्तराखण्ड लाइव
लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है। लिहाजा उत्तराखण्ड में इस वक्त बाढ़ जैसे हालात हैं। जिसके चलते विभिन्न जिलों में पहाड़ के 98 प्रतिशत गांव में भूस्खलन व जलभराव की स्थिति बनी हुई है। तीर्थनगरी में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। जिला प्रशासन अर्लट होकर प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रहे हैं।
उत्तराखण्ड का शायद ही कोई ऐसा जिला, गांव व शहर होगा जहॉ से इस वक्त भूस्खलन और जलभराव की खबर आप तक न पहुंच रही हो। सोशल मीडिया पर इस वक्त जहॉ देखो वहॉ बस यही तस्वीरें नजर आ रही हैं। भयावय स्थिति तो तब हो गई जब सोमवार को गंगा नदि का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
दरअसल रविवार की रात शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई। पौड़ी जिले के ब्लॉक यमकेश्वर, द्वारीखाल सहित अन्य ब्लॉकों में तो भूस्खलन के चलते कई होम स्टे, रिजॉर्ट जमींदोज हो गए। ऋषिकेश में तो गंगा खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। ऋषिकेश में खतरे का निशान 340.50 मीटर पर है। वहीं गंगा का जलस्तर 341.30 मीटर को पार कर चुका है। ऋषिकेश में यह स्तर अब तक का उच्च बाढ़ स्तर (हाई फ्लड लेबल) माना जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग की मानें तो देवप्रयाग में जलस्तर मामूली कम हुआ है, जिससे अगले कुछ घंटों के बाद ऋषिकेश में भी जलस्तर कम होने की उम्मीद है।
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