मेरे पिता जी पहनते थे ये टोपी।
मेरे पिता जी की उनके कॉलेज के दिनों की कोट के साथ टोपी पहने हुए एक फोटो है। वो फ़ोटो मुझे काफी आकर्षक लगती है। आज मैंने भी काफी दिनों बाद टोपी पहनकर देखी। हालांकि, मेरे पिताजी को टोपी का रंग पसन्द नहीं आया। वजह, रंग के साथ कई राय भी जुड़ी हैं। वैसे, किसी को इसमें नेपाली शाब जी दिखेगा और किसी को वाम का रंग या समाजवाद की रंगत।
फिर भी, मित्रों के बहुमत की जैसी राय होगी, वैसा किया जायेगा।
इस टोपी के कई लाभ भी दिख रहे हैं…
1-हाथी की गति से आ रहा गंजापन ढक जाएगा।
2-एक इंच लम्बाई बढ़ी हुई दिखेगी। (Dr Anand Sharma जी के अनुसार, दो इंच।)
3-बाल रंगने की लत से छुटकारा मिल जाएगा।
4-जिनसे यारी और पक्की करनी हों, टोपी बदलकर कर लेंगे।
5-जिन्हें टोपी उछालने की आदत हो, उनके लिए टारगेट उपलब्ध रहेगा।
6-किसी को मन से सम्मान देना हो तो टोपी उतारकर हाथ मे ले लीजिए। हालांकि ये पश्चिमी तरीका का।
7-आत्मसम्मान बचाना हो तो टोपी को सर पर थामे रखिये।
8-और जब मन खिला हो तो खुद की टोपी को आसमान की तरफ उछाल कर मुक्ति का मज़ा लीजिये।
9-कभी जादू दिखाना हो तो खरगोश छिपाने के काम भी आ सकती है।
10-टोपियों के खेल में ये एक बड़ा औजार भी है।
Video Ad
