अब जितने का होगा रिचार्ज उतनी ही होगी घर में बिजली।
बिजली के लिए भी उपभोक्ताओं को करना होगा रिचार्ज।
राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग की व्यवस्था जल्द होगी शुरू।
ब्यूरो/उत्तराखण्ड लाइव: अब जल्द ही उत्तराखण्ड राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग की व्यवस्था शुरू होने जा रही है। जिसके मुताबिक उपभोक्ताओं को मोबाइल टॉकटाइम की तरह अपने घरों में बिजली के लिए भी रिचार्ज करना होगा। जितने का रिचार्ज होगा उतनी ही बिजली उपभोक्ता उपयोग में ला सकता है। इसके अलावा इसमें लगा अलार्म आपको समय रहते रिचार्ज के लिए एलर्ट करेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने UJVNL को न्यायालय में लम्बित वादों के निस्तारण हेतु डेडिकेटेड फॉलोअप के साथ मिशन मोड पर कार्य करने और UPCL को विद्युत चोरी रोकने के लिए विजिलेंस टीमों को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने यूजेवीएनएल को वर्ष 2024 तक सुरिन गाड़, मद्महेश्वर तथा 17 मेगावाट की सोलर प्रोजेक्टस के अपने तय लक्ष्य को पूरा करने तथा वर्ष 2027 तक गुप्तकाशी तथा 93 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्टस पूरे करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्ष 2030 तक लखवाड़, सिकारी भ्योल, त्यूनी-प्लासू, पैनागाड़, जिम्बागाड, सेला उंथिंग, आराकोट-त्यूनी प्रोजेक्टस को पूरा करने के अपने लक्ष्य पर मिशन मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री धामी जल्द ही राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग की व्यवस्था का भी शुभारम्भ करेंगे। यूपीसीएल द्वारा जानकारी दी गई कि राज्य में 2025 तक लगभग 16 लाख उपभोक्ताओं पर स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग व्यवस्था लागू हो जाएगी। बैठक में सचिव आर. मीनाक्षी सुन्दरम, अपर सचिव वी. षणमुगम, रंजना राजगुरू, विनय शंकर पाण्डेय, यूजेवीएनएल, पिटकुल तथा यूपीसीएल के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
क्या है प्रीपेड स्मॉर्ट मीटर — प्रीपेड स्मार्ट मीटर उपभोक्ता को बिजली के लिए अपनी पसंदीदा कंपनी के चुनाव का अधिकार मिल सकेगा। इसका मतलब बिजली उपभोक्ताओं को किसी भी कंपनी की बिजली सुविधा लेने की स्वतंत्रता मिलेगी। बिजली उपभोक्ता जितना रिचार्ज कराएगा, वह उतनी ही बिजली खर्च कर पायेगा। जिससे पहले जैसे बिजली बकायादार कहलाने की नौबत ही नहीं आएगी।
अलार्म बताएगा कब करना है रिचार्ज— आधार पर मिलेगी बिजली— रिचार्ज के आधार पर बिजली उपभोक्ताओं को 24 घंटे के अंदर बिजली मुहैया कराई जाएगी। जब बिजली का उपयोग किया जाता है तो इसमे स्वचालित रूप से अलार्म का उपयोग होता है अगर घर में बिजली का लोड अधिक होगा अथवा शेष बैटरी अपर्याप्त होगी तो इसका अलार्म स्वचालित रूप से काम करेगा। जिसकी मदद से उपभोक्ता बिजली लोड या समय पर रिचार्ज को करने के लिए याद दिलाएगा।
मीटर से छोड़छाड़ करने पर विभाग को मिलेगा अलर्ट— मीटर में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की समस्या से भी बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। यदि कोई ऐसा करता है तो सम्बंधित विभाग के पास एक अलर्ट मैसेज पहुचेगा और संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ कार्रवाई होगी।
अब बिजली के बिल की छुट्टि— प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उपभोक्ता को बिजली बिल नही प्राप्त होगा। क्योंकि रिचार्ज करने के पर बिजली बिल की जरूरत ही नहीं होगी। जब बिजली का बिल नहीं आएगा तो उसे भरने के लिए आपको बिजली केंद्र के चक्कर काटने की भी जरूरत नहीं होगी।
मीटर रीडिंग को अब घर में नहीं आएंगे बिजली कर्मचारी— मैनुअल मीटर रीडिंग की भी जरूरत खत्म हो जाएगी। अर्थात आपके बिजली मीटर की रीडिंग लेने के लिए बिजली कर्मचारी को आपके घर पर आने की आवश्यकता नही होगी। बिजली सम्बंधित कर्मचारी साफ्टवेयर की मदद से आसानी से स्टेशन से ही हर एक घर की बिजली की खपत की गणना कर पाएंगे।
इसके साथ ही मीटर रीडिंग के दौरान होने वाली चूक, जैसे बिल बढ़ाकर भेज दिए जाने की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा।
उपभोक्ता को बिजली खपत की मिलेगी जानकारी— कोई भी बिजली उपभोक्ता प्रीपेड स्मार्ट मीटर पर लगी डिस्प्ले स्क्रीन के माध्यम से आसानी से वर्तमान शेष बिजली बिल, बिजली की शेष राशि, और पिछले महीने खपत बिजली की मात्रा के माध्यम से पता चल सकता है, जिससे बिजली उपभोक्ता को स्वयं के बिजली की खपत के बारे में पता चल जाएगा।
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