रंगमंच के इतिहास व अभिनय के गुर से रूबरू हुए लोग।
“विश्व रंगमंच दिवस” पर सृष्टि रंगमंडल उत्तरकाशी ने दी प्रस्तुति।
ब्यूरो/उत्तराखंड लाइव: विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर सृष्टि रंगमंडल उत्तरकाशी द्वारा मुक्ताकाशी मंच (रीवर फ्रंट पार्क) पुलिस लाइन ज्ञानसू में गीत व नाट्य संवाद की प्रस्तुति दी गई। रंगकर्मियों ने समाज के लिए प्रेरणादायक जनजागरूकता वाले विभिन्न नाटक भी प्रस्तुत किए।
इसी कड़ी में शराब के दुष्प्रभाव पर जागेश्वर जोशी द्वारा लिखित गढवाली नाटक “आन्दोलन शुरू” का मंचन भी किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ गढ़वाल के पारंपरिक मांगलिक गीत मांगल से हुआ। मुख्य अतिथि शिव रतन सिंह रावत ने विश्व रंगमंच दिवस को मनाए जाने के पीछे का कारण और उद्देश्य को स्पष्ठ किया।
उन्होंने कहा कि नाटक समाज का आईना है, समाज में घटने वालीं हर घटना के विभिन्न उन पहलुओं को आपके सामने रखती है, जिससे आपको सीखने को मिलता है साथ ही आप उस घटना के पीछे छिपे कारण और उसका भविष्य में होने वाले प्रभावों से भी रूबरू होते हैं।
सृष्टि रंगमंडल उत्तरकाशी के सदस्य एवं कार्यक्रम समन्वयक दिनेश भट्ट ने कहा कि आज कश्मीर फाइल्स फ़िल्म इतनी चर्चाओं में क्यों है, इसलिए क्योंकि उसमें उन लोगों की कहानियों को दिखाया गया है, जिन्होंने हकीकत में उन जुल्मो को सहा है।
इस फिल्म के माध्यम से ही आम आदमियों ने उनकी तकलीफ को समझा और लोगों में जनजागरूकता आयी।
कार्यक्रम में मुख्य गायक रुद्रांश व दीपक नौटियाल के अलावा अनूप,सीता, सारिका,मनजीत, सौरभ ने अपनी भूमिका बखूबी निभा कर दर्शकों की तालियां बटोरने में कामयाब रहे ।
स्वागत गीत संगीतकार शेखर नौटियाल ने संगीतवद किया।
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