प्रशिक्षु पर्यटन गाइड दल पहुंचा उत्तरकाशी के जगन्नाथ मंदिर
एचएनबी व उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद का संयुक्त कार्यक्रम।
आशीष लखेड़ा/उत्तराखण्ड लाइव: सोशल मीडिया के जरिए राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बने उत्तरकाशी के साल्ड गांव स्थित जगन्नाथ मंदिर में शुक्रवार को शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के तहत 30 सदस्यीय प्रशिक्षु गाइड दल पहुंचा। जहॉ विषय विशेषज्ञों द्वारा उन्हें मंदिर के इतिहास और मंदिर निर्माण शैली से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण में प्रशिक्षु गाइडों को भारतीय संस्कृति के अलावा उत्तराखण्ड राज्य स्थानीय देवस्थलों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद एवं गढ़वाल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के तहत 30 सदस्यीय प्रशिक्षु गाइड दल ने न सिर्फ “प्राचीन जगन्नाथ मंदिर” की खूबसूरती को निहारा बल्कि उसके पीछे के इतिहास को भी जाना। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने भारतीय इतिहास में उत्तराखण्ड की धार्मिक संस्कृति का महत्व बतलाया।
प्रशिक्षु गाइड्स ने जाना कि समूचे देश में मात्र उत्तरखण्ड को ही देवभूमी क्यों कहा जाता है। प्रशिक्षण के दौरान गाइड्स मंदिर से जुड़े रहस्य व कहानियों को नोट करते दिखे। इस दौरान उन्होंने मंदिर की नक्काशी व आस—पास के दृश्यों को अपने मोबइल कैमरे में कैद किया। उत्तरकाशी से मात्र छःकिलोमीटर की दूरी पर स्थित साल्द गांव के अप्रतिम सौंदर्य के मध्य स्थित यह मंदिर प्रशिक्षु गाइड्स के लिए यादगार बन गया। उत्तर की काशी सौम्यकाशी,उत्तरकाशी में भगवान जगन्नाथ का यह आकर्षक प्राचीन मंदिर देवभूमि के धार्मिक महत्व और तीर्थाटन के लिए महत्वपूर्ण स्थल है।
पिछले दिनों उड़िया फिल्मों के सुपर स्टार सव्य सांची के द्वारा इस मंदिर के बारे में अपने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी साझा की गई तो भारत सरकार के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा भी इसका संज्ञान लिया गया। सर्वप्रथम जगन्नाथ धाम के मुख्य पुजारी जनार्दनपट्ट जोशी जब यहां आए तो उसके बाद उन्होंने ये जानकारी प्रचारित की। उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा इस महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल को देश दुनिया के तीर्थयात्रियों हेतु न केवल प्रचारित प्रसारित किया जाने का प्रयास प्रारंभ कर दिया गया है बल्कि इस स्थल के नियोजित विकास की पहल प्रारंभ कर दी गई है।
“एक भारत श्रेष्ठ भारत” के अंतर्गत उत्तराखंड और ओडिशा का यह समन्वय महत्वपूर्ण है तथा ओडिशा के तीर्थ यात्रियों के लिए यह आस्था का महत्वपूर्ण गंतव्य है।
Video Ad
