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वास्तुशास्त्र : घर की इन दिशाओं में भूलकर पर भी न रखें यह चीजें।


वास्तुशास्त्र के हिसाब से ही घर में स्थानांतरित करें चीजें।

ब्यूरो/उत्तराखण्ड लाइव: इस जीवन में कौन एसा है भला जो कामियाब नहीं होना चाहता। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम कितनी ही मेहनत कर लें लेकिन उसका फल हमें प्राप्त नहीं होता। एसेमें हम अपनी किसम को दोष देते हैं। लेकनि पता लगता है कि किसमत भी ठीक है तो सोचने का विषय है कि बावजूद इसके आखिर एसा क्यों होता है। जवाब है घर का वास्तुदोष जिसकी ओर हमारा ध्यान नहीं जाता और वही हमारे जीवन का सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर कैसे वास्तुदोष हमें प्रभावित करता है और कैसे इसका निवारण किया जा सकता है।

1. हल्दी हम सभी के घर में होती है और आप जानते हैं कि इसका उपयोग पुराने समय से ही बड़े—बड़े पूजा अनुष्ठान में जरूर किया जाता है। तो सुनिए इसका कैसा उपयोग करना है। अपको बस इतना करना है कि सुबह घर की सफाई के उपरांत हल्दी को पानी में घोलकर एक पान के पत्ते की सहायता से अपने पूरे घर में छिडक देना है। जिससे इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और शांति भी बनी रहती है। इसी प्रकार घर में सफाई करने के उपरांत गंगाजल के छिड़काव से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और वास्तुदोष दूर भागता है।

2.इसी तरह क्या आपको पता है कि धार्मिक पुस्तकों को रखने की भी एक दिशा निर्धारित होती है। यदि गलत दिशा धार्मिक पुस्तकें रखी गई हैं तो वे भी वास्तु दोष का बड़ा कारण बनती हैं। वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखना चाहिए । किसी दूसरी दिशा में, बेड के अंदर अथवा गद्दे या तकिये के नीचे धार्मिक पुस्तकें रखना अशुभ माना जाता है।

3. इसी तरह रोजना घर में की जाने वाली पूजा पाठ पर भी वास्तु का उपयोग किया जाता है। अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित जलाएं तथा घंटी भी बजाना चाहिए जिससे सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा घर से बहार निकलती है। इसी तरह घर में शंख रखने और बजाने से घर का वास्तु दोष दूर होता है। घर के पूजा-स्थल में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गए पुष्प-हार दूसरे दिन हटा देने चाहिए और भगवान को नए पुष्प-हार अर्पित करने चाहिए। वहीं पूजा घर में देवताओं के चित्र भूलकर भी आमने-सामने नहीं रखने चाहिए इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है।

4. घर में झाडू का विशेष महत्व होता है पहले तो यह कि वह आपके घर को स्वच्छ बनाए रखने में सहायक होता है। दूसरा यह कि उसे रखने की भी जगह वास्तुशास्त्र में निर्धारित है। में सफाई हेतु रखी झाडू को दरवाजे के पास नहीं रखें यदि। यदि झाडू के बार-बार पैर लगता है, तो यह धन-नाश का कारण होता है। झाडू के ऊपर कोई वजनदार वस्तु भी नहीं रखें।

5. घर पर लगाई गई तस्वीर लगाने वाले के मन की तस्वीर मानी जाती है। वहीं यह घर में आने वाले लोगों को भी प्रभावित करती है। साथ ही घर का पूरा वातावरण इन्हीं तस्वीरों पर भी काफी हद तक प्रभावित रहा है। इसलिए अपने घर में दीवारों पर सुन्दर, हरियाली से युक्त और मन को प्रसन्न करने वाले चित्र लगाएं। इससे घर के मुखिया को होने वाली मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है।

6. आपने कई बार नोटिस किया होगा कि घर के किसी सदस्य को नींद नहीं आ रही ऐसे में कुछ दिशाएं आपको हैल्प कर सकती है। वास्तुदोष के कारण यदि घर में किसी सदस्य को रात में नींद नहीं आती या स्वभाव चिडचिडा रहता हो, तो उसे दक्षिण दिशा की तरफ सिर करके शयन कराएं। इससे उसके स्वभाव में बदलाव होगा और अनिद्रा की स्थिति में भी सुधार होगा।

7. भूल कर भी उत्तर—पूर्व दिशा को गंदा करने से बचें। नहीं तो यह आपको कष्ट देगा और आपके घर में कलह कलेश बना रहेगा। इसलिए आपको घर के उत्तर-पूर्व में कभी भी कचरा इकट्ठा न होने दें और न ही इधर भारी सामान और मशीनरी रखें। हो सके तो इस स्थान को सजा कर रखें। वहीं अपने वंश की उन्नति के लिये घर के मुख्यद्वार पर अशोक के वृक्ष दोनों तरफ लगाएं।

8 . घर में सुख शांति बनाए रखने के लिए अपने ईशान कोंण का विशेष ध्यान रखना होगा। आपको अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्मस्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करनी होगी। यह यन्त्र लक्ष्मी प्रदायक भी होता है। साथ ही साथ घर में स्थित सभी वास्तुदोषों का भी निवारण करता है।

9 . तुलसी का स्थान भी वास्तु शास्त्र में विशेष स्थान बताया गया है। इसीलिए अपने घर के उत्तर-पूर्व कोण में हरी-भरी तुलसी का पौधा लगाएं, शाम के समय यहाँ एक घी का दीपक अवश्य लगाएं, तुलसी देवी लक्ष्मी का स्वरुप है,अतः नियमित रूप से अपने घर की सुख-शांति की प्रार्थना करें |

10. भूल कर भी अपने घरों के भीतर या आस—पास सूखे पौधों को न रहने दें। घर में किसी भी कमरे में सूखे हुए पुष्प नहीं रखने चाहिए। यदि छोटे गुलदस्ते में रखे हुए फूल सूख जाएं, तो नए फूल लगा दें और सूखे पुष्पों को निकालकर तुरंत बाहर फेंक दें।

11.घर में सुबह—सुबह भजन जरूर बजने चाहिए। सुबह के समय थोड़ी देर तक निरंतर बजने वाली ॐ नमः शिवाय की धुन या अपनी आस्था के अनुसार कोई भी मंत्र की धुन घर में बजने दें ,इससे भी वास्तुदोष दूर होते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

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