सनातन धर्म की रक्षा और पालन करने में सक्षम प्रत्याशी को वोट देने की अपील की श्री ब्राह्मण सभा ने
चण्डीगढ़ : कुम्भ का मेला 12 साल बाद आता है और लोकतंत्र का मेला 5 साल बाद, इसलिए हर किसी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मतदान अवश्य करना चाहिए। ये कहना है श्री ब्राह्मण सभा, चण्डीगढ़ के प्रधान यशपाल तिवारी का। उन्होंने आज यहां सेक्टर 37 में स्थित श्री परशुराम भवन में आयोजित एक बैठक में कहा कि लोकतंत्र के अंतर्गत चुनाव अभियान स्वाभिमान, धर्म निर्पेक्षता, राष्ट्रीय एकता, मौलिक अधिकार के सम्मान का पर्व है। इस महापर्व के अवसर पर हर चुनाव कर्ता का दायित्व है कि अपना मतदान निरपेक्षता पूर्वक परंपराओं को त्याग कर विवेक से योग्य प्रत्याशी के हक में निर्भयता से अवश्य करें। आज भारत पूरे विश्व का प्रतिनिधित्व करने में पूर्ण रूप से सक्षम है। विकसित देशों में भारत को उचित सम्मान और नेतृत्व करने का हर अवसर प्राप्त हो रहा है। आने वाले समय में विश्व का नया स्वास्थ्य मॉडल भारत की अध्यक्षता में तैयार होने जा रहा है।
भारत ने विश्व स्तर पर कई अद्भुत कीर्तिमान स्थापित किये हैं। संघ शक्ति का युग है। संगठन राष्ट्र का प्रमुख केंद्र बिंदु है। आज चयनकर्ता सद्बुद्धि का परिचय देते हुए अपने अधिकारों और कर्तव्यों का प्रयोग उचित मापदंड के आधार पर करना भलीभाँति जानता है। धर्म और राज तंत्र का उचित समन्वय सदैव देश के लिए लाभकारी सिद्ध होता है। सनातन धर्म सर्वोच्च एवं सर्वोपरि है, रहा है और रहेगा। हमारा निश्चय स्पष्ट एवं दृढ़ है कि हम उस प्रत्याशी का समर्थन करने जा रहे हैं जो सनातन धर्म की रक्षा और पालन करने में पूर्णतः सक्षम है। उन्होंने स्थानीय निवासियों से राष्ट्रहित में अपील की कि मतदान अवश्य करें और विवेक को महत्व देते हुए अपने हितों की रक्षा करने वाले प्रत्याशी का निर्भीक होकर चयन करें। ऐसे अवसर बार-बार नहीं आते।