बेस चिकित्सालय में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया गया
चिकित्सा अधीक्षक ने दिलाई स्वैच्छिक रक्तदान की शपथ
श्रीनगर। बेस चिकित्सालय श्रीनगर में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है। जिसमें स्वस्थ लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया गया। जबकि स्वैच्छिक रक्तदान हेतु चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने पैरामेडिकल एवं एमबीबीएस के छात्रों को स्वैच्छिक रक्तदान की शपथ दिलायी। बता दें कि प्रदेश के मा. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के प्रयासों से ब्लड़ सेंटर के रूप में बेस चिकित्सालय में स्थापित कराया गया है। जबकि तमाम प्रकार की ब्लड़ बैंक से संबंधी अत्याधुनिक मशीनें लगाई है। जिसका लाभ गढ़वालभर से आने वाले मरीजों को ब्लड़ सेंटर से मिल रहा है।
ब्लड़ सेंटर प्रभारी डॉ. सतीश कुमार और पैथालॉजी विभाग की प्रोफेसर डॉ. दीपा हटवाल ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान एक ऐसा दान है जिसको कोई मोल नहीं है। अगर समय पर मरीज को खून न मिल पाए तो उसकी जान खतरे में पड़ जाती है। अस्पतालों में भर्ती ऐसे जरूरतमंद मरीजों को इलाज के दौरान खून मिल सके इसके लिए हर साल राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाकर सभी को रक्तदान हेतु प्रेरित किया जाता है। ताकि लोग जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्तदान कर सके। कहा कि सड़क दुर्घटना के साथ ही अन्य घटनाओं में घायल मरीज हो या फिर गर्भवती महिलायें और हीमोफीलिया, थैलेसीमिया ग्रसित बच्चे। इनको अस्पताल में इलाज के दौरान खून की जरूरत होती है। कहा कि ऐसे मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कतें तब हो जाती है जब ब्लड़ डोनेशन वाला नहीं मिल पाता है। किंतु ब्लड बैंकों की ओर से ऐसे मरीजों को बिना डोनेशन के ही खून दिया जाता है। ऐसे लोगों को खून समय पर उपलब्ध हो, इसके लिए श्रीनगर के विभिन्न सामाजिक संस्थाएं, स्कूल से लेकर अन्य लोग ब्लड़ कैंप लगाया जाता है। जिससे ब्लड़ सेंटर में खून की उपलब्धता रहती है। इस मौके पर लैब टैक्नीशियन भावना सहित पैरामेडिकल के छात्र-छात्राएं मौजूद थी।