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कला, नाटक, संगीत व नृत्य भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग : सुनील अंबेकर


फिल्मों के माध्यम से राष्ट्रीय विचार को प्रोत्साहन देने के लिए 23 से तीन दिवसीय चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल होगा आयोजित

663 फिल्मों की हुई एंट्री, 25 भाषाओं की 133 फिल्में दिखाई जाएंगी

चण्डीगढ़ : फिल्मों के माध्यम से राष्ट्रीय विचार को प्रोत्साहन देने के लिए 23 से 25 फरवरी तक पंचकूला में आयोजित पांचवें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल में इस बार देश के 25 राज्यों की कुल 663 फिल्मों की एंट्री हुई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने रविवार को चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से संवाद में बताया कि देश की 25 भाषाओं में बनी इन 663 फिल्मों में से 133 फिल्मों की स्क्रीनिंग तीन दिवसीय इस फिल्म फेस्टिवल में होगी। फिल्म फेस्टिवल के दौरान 29 फिल्मों को 10 लाख नकद राशि के पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे। स्क्रीनिंग की जाने वाली फिल्मों में हरियाणा की 18 और पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश की 2-2 फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों को पंचकूला में हरियाणा टूरिज्म के रेड बिशप कांप्लेक्स में स्थापित चार विशेष थिएटरों में दिखाया जाएगा। यह थिएटर फिल्म फेस्टिवल के लिए विशेष रुप से तैयार किए जाएंगे। फिल्म फेस्टिवल के दौरान देश भर से आए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के फिल्म क्षेत्र में रुचि रखने वाले 400 से ज्यादा विद्यार्थियों को प्रतिदिन दो सत्रों में चलने वाली मास्टर क्लासिस में फिल्म तकनीक से जुड़ी तमाम विधाओं का बारीकी से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत में कला, नाटक, संगीत व नृत्य की एक लंबी परंपरा है, यह हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। कलाकारों ने साधना के रुप में इस अपनाया था। विदेशी आक्रमणों के समय भी उन्होंने इसकी सुंदरता और पवित्रता को बनाए रखा। अंबेकर ने बताया कि समारोह का उद्घाटन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल एवं समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर शिरकत करेंगे। तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल में बहुचर्चित फिल्म निर्माण विवेक अग्निहोत्री, फिल्म अभिनेत्री इशा गुप्ता, चाणक्य सीरियल फेम डा.चंद्र प्रकाश द्विवेदी, फिल्म निर्माता विपुल अमृतलाल शाह, सुदीप्तो सेन जैसे कई दिग्गज शामिल होंगे, जबकि राजकुमार राव के भी कार्यक्रम शामिल होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कला क्षेत्र में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन के लिए आयोजकों का यह एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने बताया कि आज विश्व पटल पर फिल्मों के क्षेत्र में भारत अग्रणी देशों में शामिल है। इस विधा में नए नए लोग आ रहे हैं। फेस्टिवल के माध्यम से उनकी विधा को एक मंच मिलेगा और उन्हें नए अवसर प्राप्त होंगे।


फिल्म फेस्टिवल आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि इस आयोजन में सिने फाउंडेशन हरियाणा के साथ-साथ हरियाणा सरकार का भी सहयोग प्राप्त हुआ है। हरियाणा के साथ साथ चण्डीगढ़ ट्राईसिटी के शिक्षण संस्थानों में भी इस फिल्म फेस्टिवल को लेकर भारी उत्साह है। उन्होंने बताया कि इस फिल्म फेस्टिवल का उद्देश्य देश की विविधता में सांस्कृतिक एकता को स्थापित करना तथा भारत की गौरवशाली परंपरा से प्रेरणा लेने वाली फिल्मों को प्रोत्साहन देना है। यह संस्था उन फिल्मों को आगे बढ़ाना चाहती है, जो भविष्य के समृद्ध भारत को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रुप से भी मजबूत करे। कार्यक्रम में पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि संस्था द्वारा अभी तक मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एवं गुजरात के अहमदाबाद में चार फिल्म फेस्टिवल आयोजित किए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पंचकूला में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में तीनों दिन सभी के लिए नि:शुल्क प्रवेश की व्यवस्था की गई है। गत 10 जनवरी को बालीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा तथा पंजाबी गायक पम्मी बाई ने इस फिल्मोत्सव की ट्राफी लांच खचाखच भरे टैगोर थिएटर में की थी।

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