श्री बद्रीश रामलीला कला निकेतन गढ़वाल द्वारा रावण-वेदवती संवाद का शानदार मंचन
चंडीगढ़, कुलदीप धस्माना/उत्तराखण्ड लाइव:– चंडीगढ़ के सेक्टर 30-A में स्थित श्री बद्रीश रामलीला कला निकेतन (गढ़वाल) ने अपने मंच से रावण-वेदवती संवाद का प्रभावशाली और जीवंत प्रदर्शन किया। इस दृश्य में वेदवती रावण को श्राप देती है कि उसका अगला जन्म ही रावण की मृत्यु का कारण बनेगा। इसके बाद, रावण द्वारा भगवान शंकर से अजर-अमर होने का वरदान प्राप्त करने की कथा का भी मंचन किया गया।
रावण के अत्याचारों से त्रस्त देवता और ऋषि-मुनियों ने भगवान विष्णु से विनती की, जिसके बाद भगवान विष्णु ने रावण के संहार हेतु पृथ्वी पर अवतार लेने का संकल्प लिया।
इस मंचन में रावण की भूमिका श्री बद्रीश रामलीला के प्रधान, मोहिंदर सिंह रावत ने निभाई, जबकि वेदवती का किरदार सेजल ने बड़े ही शानदार ढंग से प्रस्तुत किया। रामलीला के निदेशक जितेंद्र रावत ने बताया कि यह मंचन प्रतिदिन रात 8:30 बजे से शुरू होकर रात 12 बजे तक चलता है और दशहरे का मुख्य आयोजन 12 अक्टूबर को सेक्टर 29 के सब्जी मंडी मैदान में किया जाएगा।
रामलीला समिति के अध्यक्ष रघुवीर सिंह खरोला ने बताया कि इस वर्ष नए कलाकारों के जुड़ने से रामलीला और भी भव्य हो गई है। वरिष्ठ सलाहकार जगमोहन तड़ियाल ने बताया कि श्री बद्रीश रामलीला कला निकेतन (गढ़वाल) चंडीगढ़ की सबसे पुरानी रामलीला समितियों में से एक है और पिछले 65 वर्षों से इस धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का निर्वहन कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी कलाकार अपनी रोजमर्रा की जिम्मेदारियों के साथ रामलीला में निःस्वार्थ सेवा देते हैं, ताकि प्रभु राम की लीलाओं को जीवंत रूप से प्रस्तुत किया जा सके।