अस्थमा को खांसी या एलर्जी समझने की गलती न करें : डॉ. एसके गुप्ता
पंचकूला । वर्ल्ड अस्थमा डे के मौके पर मंगलवार को पारस हेल्थ पंचकुला ने एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इसका मकसद लोगों को अस्थमा और उसके इलाज के बारे में शिक्षित करना था। इस साल अस्थमा डे की थीम लोगों की भागीदारी और शिक्षा की अहमियत पर आधारित थी। इस कार्यक्रम में अलग-अलग पेशे के लोग शामिल हुए और अस्थमा से सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जाना। कार्यक्रम का एक खास हिस्सा “प्लेज बोर्ड” था। इस बोर्ड को हॉस्पिटल के मुख्य ओपीडी में लगाया गया था।
इस बोर्ड पर हस्ताक्षर करने के लिए लोगों को आमंत्रित किया गया, ताकि वे अस्थमा के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प ले। इससे मरीजों और उनके परिवारों को अस्थमा का सही इलाज और देखभाल करने के लिए प्रेरणा मिली।
पारस हेल्थ पंचकुला में पल्मनोलॉजी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. एस.के. गुप्ता ने ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि भारत में बहुत से लोग अस्थमा को सिर्फ खांसी या एलर्जी समझ बैठते हैं, जिससे इलाज में देर हो जाती है। जब तक वे डॉक्टर के पास पहुंचते हैं, तब तक हालत गंभीर हो चुकी होती है। इसलिए प्लेज बोर्ड जैसी पहल जरूरी है, क्योंकि इससे लोग अस्थमा के शुरुआती लक्षणों को समझ पाएंगे और समय पर इलाज लेने के लिए प्रेरित होंगे। इस तरह की जागरूकता से कई ज़िंदगियां बचाई जा सकती हैं