‘इंडियन ऑयल हौंसले की उड़ान’ उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित होंगे असाधारण व्यक्तित्व
पुरस्कार के लिए चयनित व्यक्तियों ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बनाई अपनी अलग पहचान
चंडीगढ़ (कुलदीप धस्माना) : असाधारण व्यक्तियों, जिन्होंने अपने जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना किया और कभी हार नहीं मानी, को 20 सितंबर को सेक्टर 18 स्थित टैगोर थिएटर में आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित ‘इंडियन ऑयल हौंसले की उड़ान’ उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
आज टैगोर थिएटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में, इस कार्यक्रम का आयोजन करने वाले एनजीओ ‘कर्तव्यनिष्ठ’ के संस्थापक संजीव राणा ने कहा कि यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है जिन्होंने कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी अपने हौंसले को टूटने नहीं दिया और अपने प्रयासों से समाज में सार्थक प्रभाव डाला। उनका साहस और दृढ़ता लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है। यह कार्यक्रम इन प्रेरणादायक कहानियों को साझा करने का माध्यम है, ताकि दूसरों को भी अपने संघर्षों से उबरने की प्रेरणा मिले।
संजीव राणा ने बताया कि ‘इंडियन ऑयल हौंसले की उड़ान’ कार्यक्रम उन लोगों की कहानियों को सामने लाता है, जिन्होंने अभूतपूर्व संघर्षों के बावजूद जीवन में सफलताएं हासिल कीं। यह कार्यक्रम उन लोगों की उपलब्धियों को उजागर करने का अवसर है जो अपने संघर्ष से समाज को एक नई दिशा दिखाते हैं। इसके पहले, ‘जीवन रक्षक सम्मान समारोह’ और ‘पूर्व सैनिक पुरस्कार समारोह’ जैसे महत्वपूर्ण आयोजन भी एनजीओ द्वारा सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं।
राणा ने कहा कि यह पुरस्कार समारोह न केवल इन असाधारण व्यक्तियों के अदम्य साहस को सम्मानित करेगा, बल्कि उनके जीवन संघर्षों और सफलताओं की कहानियों को भी दुनिया के सामने लाएगा, ताकि यह प्रेरणा अन्य लोगों तक पहुंच सके और समाज में सकारात्मक बदलाव का कारण बने।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पंकज राय होंगे, जो वर्तमान में पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में उप निदेशक प्रशासन (डीडीए) के रूप में तैनात हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ होगा, इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे हिमाचली नाटी नृत्य भी प्रस्तुत किया जाएगा।
इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं में कई ऐसे नाम शामिल हैं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस और संघर्ष के बल पर समाज में अपनी पहचान बनाई:
1. *अश्वनी और राज कुमार* – हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के ये दोनों भाई 100% दृष्टिबाधित हैं, फिर भी सफलतापूर्वक अपनी किराने की दुकान चला रहे हैं।
2. *रवि कुमार*– अमृतसर के 45 वर्षीय रवि कुमार, जो कभी सब्जी की दुकान पर काम करते थे, अब रूपनगर में अपनी खुद की दवा कंपनी के मालिक हैं।
3. *शावी गर्ग* – चंडीगढ़ की मूक-बधिर आर्किटेक्ट, जो एक सफल उद्यमी हैं और अपनी जुड़वां बेटियों की देखभाल के साथ-साथ अपना व्यवसाय भी कुशलता से चला रही हैं। उनके पति, रोमल गर्ग, जो स्वयं शारीरिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, पंजाब सरकार के साथ टाउन प्लानर के रूप में कार्यरत हैं।
4. *कुंवर रविंदर* – एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता, जो भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।
5. *मोहाली के दो उद्यमी भाई* जिन्होंने 12 साल पहले एक छोटे से कमरे से सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कार्य शुरू किया था। आज उनकी कंपनी का वार्षिक टर्नओवर 9 करोड़ रुपए है और यह 150 लोगों को रोजगार दे रही है।
6. *चंदन सनवाल* – लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘चंडीगढ़ बाइट्स’ के संस्थापक, जिन्होंने डिजिटल स्पेस में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।