हार्टी टूरिज्म बदलेगा उत्तराखण्ड के गांव की तस्वीर।
मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को दिए निर्देश।
देहरादून,उत्तराखण्ड लाइव:प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार को कैंप कार्यालय में कृषि एवं उद्यान विभाग की विभागीय समीक्षा बैठक की। विभागीय मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को केंद्र पोषित एवं राज्य पोषित योजनाओं की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली तथा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की भी जानकारी ली। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारीयों केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में विभागीय मंत्री ने स्वीकृत बजट के तहत प्रतिशत सदुपयोग के दिशा निर्देश दिए गए। परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत 400 स्टोर के सापेक्ष 300 स्टोर खुल चुके हैं। इसी प्रकार पीएफएमई योजना के अंतर्गत अभी तक 13 आउटलेट के सापेक्ष 07 बन गए है। शीतकालीन पौध की डिमांड 08 लाख पौध के सापेक्ष 7.55 लाख पौध का आवंटन हो चुका है। जिसमें सेब, नाशपाती, फुलम, आडू, अखरोट आदि शामिल है। इसमें मुख्यत सेब की डिमांड 5.06 लाख पौध के सापेक्ष 4.62 पौध का आवंटन हो चुका है।
हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किए जाने के संबंध में भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
साथ किसानों को कैलेंडर के अनुरूप फल, बीज, पौध, खाद इत्यादि उपलब्ध किया जाएगा। मंत्री ने अधिकारियों को ब्लॉक स्तर तक फ्लैक्स के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए। ताकि किसानों को समयनुसार बीज, फल, पौध, खाद उपलब्ध होने के साथ साथ जानकारी भी प्राप्त हो सके। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्वेस्टर सबमिट के दौरान लोगों से आवाहन किया है,कि डेस्टिनेशन मैरिज के लिए उत्तराखंड आए। उन्होंने कहा प्रदेश में हार्टी टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा शीघ्र ही प्रदेश में गढ़वाल और कुमाऊं के एक-एक उद्यान विभाग के गार्डनो को पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को एक ठोस रणनीति बनाने के निर्देश दिए गए है।
इस अवसर पर सचिव कृषि विनोद सुमन, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, अपर सचिव आनंद स्वरूप, कृषि निदेशक कैसी पाठक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।