“मोदी सरकार का जातिगत जनगणना का फैसला ऐतिहासिक, सामाजिक न्याय को मिलेगी नई दिशा” : चुग
चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने आज चंडीगढ़ स्थित भाजपा कार्यालय में डॉ. भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान के अंतर्गत आयोजित प्रदेश स्तरीय विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातिगत जनगणना को आगामी जनगणना में सम्मिलित करने के निर्णय को ऐतिहासिक और निर्णायक बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम केवल आंकड़ों की बात नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में एक क्रांतिकारी परिवर्तन का प्रतीक है।
चुग ने कहा, “जातिगत आंकड़ों के बिना न तो सही योजनाएं बन सकती हैं और न ही सामाजिक असमानता को दूर किया जा सकता है। मोदी सरकार का यह निर्णय वंचित वर्गों के लिए योजनाओं को और अधिक प्रभावी और लक्षित बनाएगा। यह सरकार दिखा चुकी है कि वह केवल नारेबाज़ी नहीं, बल्कि नीतिगत प्रतिबद्धता के साथ काम करती है।”
उन्होंने कांग्रेस और I.N.D.I गठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “जो आज जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं, उन्होंने सत्ता में रहते हुए इसे लगातार टालने और दबाने का काम किया। 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केवल विचार का आश्वासन दिया, और अंततः एक अधूरा सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण कराकर जनगणना से पल्ला झाड़ लिया। कांग्रेस की नीयत साफ नहीं थी, और आज भी वह इसे सिर्फ एक राजनीतिक औजार के रूप में देखती है।”
तरुण चुग ने बताया कि कैसे अनुच्छेद 246 के तहत जनगणना केंद्र का विषय होते हुए भी, कुछ राज्यों ने अपनी राजनीतिक मंशा से जातीय सर्वेक्षण करवाए — जिससे समाज में भ्रम, असमंजस और तनाव की स्थिति बनी। मोदी सरकार अब इसे स्पष्ट और पारदर्शी रूप में जनगणना का हिस्सा बना रही है, ताकि योजनाएं ठोस और असरकारी बन सकें।
चुग ने बाबा साहेब को युगदृष्टा और भारत की आत्मा करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में न सिर्फ उन्हें लगातार हाशिए पर रखा गया, बल्कि उन्हें संविधान सभा में पहुंचने से रोकने तक की साज़िशें की गईं। “भारत रत्न तक देने में कांग्रेस ने 40 साल का विलंब किया। यह गौरव उन्हें तब प्राप्त हुआ जब कांग्रेस सत्ता से बाहर थी और भाजपा समर्थित सरकार केंद्र में थी,” चुग ने जोर देकर कहा।
उन्होंने कहा कि “अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने संसद के हाल में बाबा साहेब का चित्र लगाया, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचतीर्थों के माध्यम से उनके जीवन को राष्ट्र के स्मृति केंद्रों में बदल दिया। कांग्रेस, जिसने बाबा साहेब को जीते जी जगह नहीं दी, वही आज उनके नाम पर राजनीति कर रही है।”
इस अवसर पर तरुण चुग ने यह भी कहा कि “मोदी सरकार वही सरकार है जिसने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर तबके को बिना किसी सामाजिक टकराव के 10% आरक्षण दिया। यही सरकार है जिसने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया और बाबा साहेब के अधूरे सपनों को साकार किया।”
अपने संबोधन में तरुण चुग ने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि “जहां मोदी सरकार बाबा साहेब के विचारों को ज़मीन पर उतार रही है, वहीं भगवंत मान सरकार ने उनके सिद्धांतों का अपमान किया है। पंजाब में दलित, पिछड़े और वंचित वर्गों की उपेक्षा हो रही है। शिक्षा, छात्रवृत्ति और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में गंभीर गिरावट आई है। बाबा साहेब के नाम पर राजनीति हो रही है, पर उनके विचारों पर कोई काम नहीं हो रहा।”
चुग ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही बाबा साहेब के असली अनुयायी होने का प्रमाण दिया है — “चाहे अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की बात हो, या SC/ST और OBC आयोगों को संवैधानिक दर्जा देने की बात हो, मोदी सरकार ने हर मोर्चे पर बाबा साहेब के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाया है।”
अंत में तरुण चुग ने कहा, “आज आवश्यकता है एक ऐसे भारत की जो बाबा साहेब के विचारों पर आधारित हो — शिक्षित, न्यायपूर्ण और समावेशी। और यह सपना प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ही साकार हो रहा है।”