सनातन का अपमान – कांग्रेस का राजनीतिक अभियान : देवशाली
चडीगढ : भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष शक्ति प्रकाश देवशाली ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के बयान “हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं…’ की कड़ी निंदा करते हुए इसे सनातन धर्म के अनुयाइयों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया।
देवशाली ने कहा कि राहुल गाँधी और उनकी पार्टी के नेता बार-बार यह भूल जाते हैं कि यह देश ‘शक्ति’ की आराधना करता है। वर्ष में दो बार नवरात्रि के अवसर पर करोड़ों देशवासी शक्ति (नवदुर्गा) की पूजा-अर्चना कर देश और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। राहुल गांधी की ‘शक्ति के खिलाफ लड़ाई’ संबंधी टिप्पणी ‘शक्ति से जुड़े धार्मिक मूल्यों का अपमान करने और कुछ धार्मिक समुदाय’ के तुष्टीकरण के लिए धर्मों के बीच शत्रुता पैदा करने के ‘दुर्भावनापूर्ण इरादे’ से की गई है।
भाजपा नेता देवशाली ने कहा कि यह पहला अवसर नहीं है जब कांग्रेस नेताओं द्वारा इस प्रकार एक विशेष समुदाय की वोट प्राप्त करने के प्रयासों के अंतर्गत सनातन का अपमान किया गया है बल्कि इनकी सरकार ने तो श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा तक दिया था। इतना ही नहीं जन्मभूमि मंदिर में श्रीराम विग्रह प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भी बहिष्कार किया था।
देवशाली ने कहा कि पूरा देश यह जान चुका है कि अपनी हार को अवश्यंभावी जान कांग्रेस सत्ताप्राप्ति हेतु किसी भी स्तर तक गिर सकती है। हिंदू देवताओं, हिंदू प्रथाओं और हिंदू आदर्शों का अपमान और निंदा करना इन दिनों कांग्रेस के राजनीतिक अभियान का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। हिन्दुस्थान अपनी आस्था के इस प्रकार किये जा रहे बार-बार अपमान को सहन नहीं करेगा इसका प्रत्युत्तर इन चुनावों में कांग्रेस को अवश्य मिलेगा।