हरियाणा में 10वां अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक, मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक
चंडीगढ़: हरियाणा के राज्यपाल प्रो. अशीम कुमार घोष ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 की तैयारियों की समीक्षा के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज और सांसद नवीन जिंदल भी मौजूद रहे।

राज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव में सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें और आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों तथा अतिथियों का पारंपरिक स्वागत किया जाए। उन्होंने कहा कि गीता का संदेश संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए है और यह महोत्सव भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को विश्व पटल पर स्थापित करने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गीता महोत्सव “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भावना से विश्व को जोड़ने का माध्यम बनेगा। महोत्सव में धार्मिक और सामाजिक संगठनों के सहयोग से स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और कुरुक्षेत्र की पावन धरा को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया है।
स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बताया कि गीता केवल सनातन परंपरा का ग्रंथ नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित यह महोत्सव देशों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी प्रोत्साहित करेगा।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2025 का आयोजन 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक होगा, जबकि मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक होंगे। इस दौरान 40 देशों में महोत्सव का लाइव प्रसारण और 15 से अधिक देशों के 25 स्कॉलर तथा 20 से ज्यादा देशों के राजदूत शामिल होंगे।
महोत्सव की रूपरेखा:
4-14 नवंबर: ऑनलाइन गीता क्विज
15 नवंबर: गीता रन
15 नवंबर से 5 दिसंबर: शिल्प और सरस मेला, भजन संध्या और महाआरती
24 नवंबर से 1 दिसंबर: मुख्य कार्यक्रम, जिसमें गीता यज्ञ, गीता पूजन, अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, सर्वधर्म सम्मेलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं
25-30 नवंबर: श्लोकोच्चारण, वाद-विवाद, निबंध, पेंटिंग, रंगोली, मेहंदी और अन्य प्रतियोगिताएं
1 दिसंबर: ज्योतिसर में गीता पाठ और यज्ञ, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव, दीपदान और सांस्कृतिक कार्यक्रम
अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला:
इस महोत्सव में 7 देशों के शिल्पकार अपनी कलाकृति प्रदर्शित करेंगे, जिन्हें ब्रह्मसरोवर और पुरुषोत्तमपुरा बाग में सजाया जाएगा। इसके अलावा, ज्योतिसर अनुभव केंद्र को भी महोत्सव से जोड़ा जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, विरासत एवं पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, सूचना जनसंपर्क विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, राज्यपाल के सचिव डी. के. बेहरा, कुरुक्षेत्र के उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।



