चुनौतियों का सामना करने के लिए व्यक्ति में मानसिक और शारीरिक साहस दोनों ही जरूरी : जनरल वीपी मलिक
चण्डीगढ़ : पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46 ने सुविचार थिंक टैंक के सहयोग से आज “जेन जेड के लिए मानसिक कल्याण” विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जनरल वीपी मलिक, पूर्व भारतीय सेना प्रमुख, विवेक अत्रे, पूर्व आईएएस अधिकारी और प्रेरक वक्ता, कर्नल डीएस चीमा, लेखक और वीके कपूर, पूर्व आईपीएस का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
डॉ. सुदर्शन ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा इस तरह की प्रेरक बातचीत, युवा छात्रों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करेगी। जनरल वीपी मलिक ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि व्यक्ति में मानसिक और शारीरिक साहस दोनों होने चाहिए। उन्होंने कहा कि नेता वे होते हैं जो चुनौतियों में अवसर देखते हैं। विवेक अत्रेय ने दर्शकों के साथ अंतर्दृष्टि साझा करते हुए कहा कि जीवन का लक्ष्य आंतरिक खुशी पाना है। उन्होंने आंतरिक सुख प्राप्त करने के सात सी अर्थात् साहस, चरित्र, रचनात्मकता, प्रफुल्लता, करुणा, शांति और संतोष पर प्रकाश डाला। कर्नल डीएस चीमा ने विद्यार्थियों से अपने उत्साह को जीवित रखने और कभी भी किसी दबाव में न आने का आग्रह किया। वीके कपूर ने जोर देकर कहा कि ईश्वर और स्वयं में विश्वास अद्भुत काम कर सकता है। धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के डीन डॉ. राजेश कुमार ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. पूजा गर्ग, डॉ. मुकेश चौहान, डॉ. जीसी सेठी, डॉ. राजेश चंदर, श्री गौरव जिंदल, डॉ. रितु सरसोहा, सुश्री ज्योति उपस्थित थे।