एचआईएमएस जौलीग्रांट में मनाया नेशनल फोरेंसिक दिवस
डोईवाला- हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जौलीग्रांट में नेशनल फोरेंसिक दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलों की जटिलताओं से निपटने के विषय में जानकारी दी गयी। फोरेंसिक मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. संजय दास ने कहा कि राष्ट्रीय फोरेंसिक मेडिसिन दिवस कानूनी और चिकित्सा प्रणालियों में फोरेंसिक मेडिसिन की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। यह न्याय और सत्य को कायम रखने में फोरेंसिक चिकित्सा विशेषज्ञों और चिकित्सकों के योगदान को पहचानने का दिन है।
फोरेंसिक और टॉक्सिकोलॉजी विभाग के डॉ. हरविन्द्र सिंह छाबड़ा और डॉ. प्रज्ञा ने यौन उत्पीड़न के मामलों में बचने के लिए सामान्य गलतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने ऐसे मामलों के लिए रिपोर्ट तैयार करने की जानकारी दी। प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग से डॉ. आंचल अग्रवाल ने यौन उत्पीड़न के मामलों में नमूने एकत्र करने की सही विधि के विषय में बताया। मनोचिकित्सा विभाग के डॉ. प्रियरंजन अविनाश ने यौन उत्पीड़न के मामलों से जुड़े मनोवैज्ञानिक आघात के विषय में बताया। इस अवसर पर एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रदर्शनी माध्यम से यौन उत्पीड़न के मामलों से संबंधित फोरेंसिक चिकित्सा सिद्धांतों के बारे में जागरूकता का संदेश दिया। दिया।