पंजाब के राज्यपाल ने बाबा नामदेव जी को समर्पित भवन की आधारशिला रखी
भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ की ग्रांट दी
चंडीगढ़/गुरदासपुर : पंजाब के राज्यपाल एवं प्रशासक, केन्द्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़, श्री बनवारी लाल पुरोहित ने आज पंजाब राज्य के जिला गुरदासपुर स्थित शिरोमणि भगत नामदेव जी के तपोस्थल गांव घुमान में उनकी याद को समर्पित ‘‘संत नामदेव जी यात्री निवास’’ भवन की आधारशिला रखी। इसके लिए राज्यपाल ने अपने फंड में से 1 करोड़ की राशि अनुदान के लिए दी ।
गांव घुमान में बनने वाले इस भवन में कुल 10 कमरे, 1 हॉल और 1 रसोई बनाए जाएगें है जिसका उद्देश्य यहां देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करना है।
बता दें कि भगत नामदेव जी ने महाराष्ट्र से शुरू करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा की और पंजाब पहुँचे जहाँ उन्होंने घुमान गाँव एंव नजदीक के भट्टीवाल गाँव में डेरा डाला। भगत नामदेव जी 18 वर्षों तक घुमान में रहे और वर्ष 1350 में यहीं पर ज्योति जोत समा गए। गांव घुमान में ही भगत नामदेव जी की समाधि मौजूद है जहां दुनिया भर से श्रद्धालु नतमस्तक होने आते है।
वर्ष 1270 में महाराष्ट्र के नरसी बामणी गाँव में उनका जन्म हुआ शिरोमणि भगत नामदेव जी भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख संत थे,जिन्होंने अपनी वाणी में ऊँच-नीच के अंतर को ख़त्म करने की बात की। भगत नामदेव जी की वाणी के 61 शब्द श्री गुरु ग्रंथ साहिब में 18 रागों के अंतर्गत दर्ज है जो पूरी मानवता के लिए एक प्रकाश स्तंभ है।
भगत नामदेव जी का संपूर्ण जीवन और उनकी वाणी मानवता के लिए प्रेरणास्रोत है और प्रत्येक व्यक्ति को इससे मार्गदर्शन लेने की आवश्यकता है।
भगत नामदेव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर गावं घुमान में वार्षिक समारोह का अयोजन किया जाता है जहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है। बता दे कि शिरोमणि भगत नामदेव जी के नाम पर पहले से ही गुदरासपुर के किशनकोट में गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी के प्रबंधन अधीन 10 एकड़ में फैला सरकारी डिग्री कॉलेज स्थापित है जिसमें 500 बच्चे पढ़ते है। उल्लेखनीय है कि ‘पालकी सोलह पत्रकार संघ’ द्वारा पिछले दो वर्षों से महाराष्ट्र से पंजाब तक साईकिल यात्रा निकाली जाती है जिसका पंजाब के राज्यपाल द्वारा निजी तौर पर चंडीगढ़ में स्वागत किया जाता है।