उत्तराखंड पुलिस को मिला नया नेतृत्व: डॉ. दीपम सेठ बने डीजीपी।
ब्यूरो/देहरादून/उत्तराखंड लाइव: उत्तराखंड पुलिस को नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मिल गया है। 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. दीपम सेठ ने आज डीजीपी का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और अपराधों पर सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लिया है।
अनुभवी प्रशासक : डॉ. दीपम सेठ का करियर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से भरा हुआ है। उन्होंने टिहरी गढ़वाल और नैनीताल जैसे जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में सेवा दी है। गढ़वाल परिक्षेत्र और क्राइम एवं लॉ एंड ऑर्डर के डीआईजी के रूप में उनकी भूमिका प्रभावशाली रही है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (कोसोवो) में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता को साबित किया। इसके अलावा, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आईटीबीपी जैसे संगठनों में नेतृत्व करते हुए उन्होंने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
अपराध पर लगाम लगाना है प्राथमिकता :-
डॉ. सेठ ने पुलिसिंग को अधिक जनहितैषी बनाने और राज्य में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कई प्राथमिकताएं तय की हैं:
1. मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कदम।
2. साइबर अपराध की रोकथाम के लिए नई तकनीकों का उपयोग।
3. महिला और बाल सुरक्षा को प्राथमिकता।
उत्तराखंड पुलिस को मिला नया नेतृत्व: डॉ. दीपम सेठ बने डीजीपी।
ब्यूरो/उत्तराखंड लाइव:उत्तराखंड पुलिस को मिला नया डीजीपी: दीपम सेठ ने संभाला पदभार
देहरादून: उत्तराखंड पुलिस को नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मिल गया है। 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. दीपम सेठ ने आज डीजीपी का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और अपराधों पर सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लिया है।
अनुभवी प्रशासक
डॉ. दीपम सेठ का करियर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से भरा हुआ है। उन्होंने टिहरी गढ़वाल और नैनीताल जैसे जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के रूप में सेवा दी है। गढ़वाल परिक्षेत्र और क्राइम एवं लॉ एंड ऑर्डर के डीआईजी के रूप में उनकी भूमिका प्रभावशाली रही है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (कोसोवो) में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता को साबित किया। इसके अलावा, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आईटीबीपी जैसे संगठनों में नेतृत्व करते हुए उन्होंने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
अपराध पर लगाम लगाना है प्राथमिकता :-
डॉ. सेठ ने पुलिसिंग को अधिक जनहितैषी बनाने और राज्य में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए कई प्राथमिकताएं तय की हैं:
1. मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कदम।
2. साइबर अपराध की रोकथाम के लिए नई तकनीकों का उपयोग।
3. महिला और बाल सुरक्षा को प्राथमिकता।
4. सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात प्रबंधन में सुधार।
5. आपदा प्रबंधन में पुलिस की त्वरित भागीदारी।
डॉ. दीपम सेठ के अनुभव और नेतृत्व में उत्तराखंड पुलिस से बेहतर सुरक्षा और प्रभावी प्रशासन की उम्मीद की जा रही है।
4. सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात प्रबंधन में सुधार।
5. आपदा प्रबंधन में पुलिस की त्वरित भागीदारी।
डॉ. दीपम सेठ के अनुभव और नेतृत्व में उत्तराखंड पुलिस से बेहतर सुरक्षा और प्रभावी प्रशासन की उम्मीद की जा रही है।