मुख्यमंत्री धामी के विज़न से प्रेरित होकर पहाड़ की मिट्टी में लिखी सफलता की कहानी
उत्तराखण्ड लाइव | पौड़ी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ‘आत्मनिर्भर उत्तराखंड’ विज़न को धरातल पर उतारते हुए राज्य के किसान अब नई मिसालें पेश कर रहे हैं। पौड़ी जिले के विकासखंड एकेश्वर के छोटे से गाँव पातल में रहने वाले किसान कुलदीप किशोर जोशी ने अपनी मेहनत, संकल्प और सरकारी सहयोग से पहाड़ में आधुनिक खेती की नई पहचान बनाई है। 
लॉकडाउन के कठिन समय में जब अधिकांश लोगों का जीवन ठहर गया था, कुलदीप जोशी ने हार नहीं मानी। उन्होंने उद्यान विभाग की सहायता से 200 कीवी पौधों की खेती शुरू की। विभाग के विशेषज्ञों ने समय-समय पर तकनीकी मार्गदर्शन दिया, जिसका परिणाम आज उनकी समृद्ध फसल के रूप में सामने है। इस वर्ष जोशी ने 5 से 6 क्विंटल कीवी उत्पादन किया है, जबकि लगभग 1 क्विंटल फल अभी भी पेड़ों पर लदे हैं।
कुलदीप जोशी के पास अब दो स्टोरेज यूनिट्स भी हैं, जिससे वे अपने उत्पाद को सुरक्षित रखकर बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त करते हैं। इस वर्ष उन्होंने 1 से 1.5 क्विंटल कीवी बेचकर उल्लेखनीय आमदनी अर्जित की। पिछले वर्ष जहाँ उनकी आय करीब ₹1,20,000 थी, वहीं इस वर्ष ₹2,50,000 तक की आमदनी की संभावना है।
जिला उद्यान अधिकारी राजेश तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री धामी के मार्गदर्शन में उद्यान विभाग किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़ाकर उच्च मूल्य वाली फसलों और फल उत्पादन की ओर प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुलदीप जोशी जैसे किसान यह साबित कर रहे हैं कि सही तकनीक और निरंतर मार्गदर्शन से पहाड़ की भूमि भी आर्थिक समृद्धि का आधार बन सकती है।
कुलदीप जोशी ने कहा कि सरकार की योजनाओं और विशेषज्ञों के सहयोग से अब ग्रामीण किसान भी आत्मनिर्भर बन रहे हैं। मेहनत, सही दिशा और सरकारी सहयोग जब साथ मिलते हैं, तो आत्मनिर्भरता केवल सपना नहीं, बल्कि हकीकत बन जाती है।
उनकी यह कहानी न केवल एक किसान की सफलता है, बल्कि ‘आत्मनिर्भर उत्तराखंड’ के उस विचार की सशक्त झलक भी है, जो दिखाती है कि अगर इच्छाशक्ति हो तो पहाड़ की मिट्टी भी सोना उगा सकती है।



