देहरादून में शुरू हुई ‘फ्री सखी शटल सेवा’
जिला प्रशासन ने लॉन्च किए दो नए EV वाहन, शहर में बने 3 ऑटोमेटेड पार्किंग सेंटर
देहरादून : शहर को ट्रैफिक जाम से राहत देने और पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जिला प्रशासन देहरादून ने एक नई पहल की शुरुआत की है। बुधवार को परेड ग्राउंड से ‘सखी शटल सेवा’ के दो नए ईवी (इलेक्ट्रिक) वाहन को विधायक खजानदास ने महापौर सौरभ थपलियाल, जिलाधिकारी सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह और सीडीओ अभिनव शाह की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यह वाहन परेड ग्राउंड ऑटोमेटेड पार्किंग से 5 किमी के दायरे में यात्रियों को निःशुल्क ड्रॉप सेवा प्रदान करेंगे। जल्द ही शहर में 5 स्थानों पर शटल स्टॉप भी बनाए जाएंगे। इन वाहनों का संचालन महिला स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) के अधीन रहेगा।
महिला समूहों को आजीविका से जोड़ा गया
वर्तमान में कृष्णा स्वयं सहायता समूह पार्किंग सुविधा का संचालन कर रहा है, जिससे उसे ₹29,120 प्रतिदिन की आय हो रही है। ‘सखी शटल सेवा’ शुरू होने से यह आय और बढ़ने की उम्मीद है। जिलाधिकारी ने बताया कि यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक मजबूत कदम है।

फ्री ‘सखी कैब सेवा’ भी शुरू
जिला प्रशासन ने “फ्री सखी कैब सुविधा” का भी शुभारंभ किया है। इसके तहत दो EV टाटा पंच वाहन पार्किंग में वाहन खड़ा करने वाले नागरिकों को नजदीकी भीड़-भाड़ वाले इलाकों तक निःशुल्क पहुंचाएंगे।
वाहनों के संचालन हेतु प्रशासन की ओर से दो ड्राइवर भी नियुक्त किए गए हैं। सेवा का संचालन पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा।

मुख्य वक्तव्यों की झलक
विधायक खजानदास ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा —“शहर को जाम से मुक्ति दिलाने और महिलाओं को सशक्त बनाने की यह योजना सराहनीय है। जल्द ही 8 और वाहन सेवा में जोड़े जाएंगे।”
डीएम सविन बंसल ने कहा — “मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में तैयार यह ऑटोमेटेड पार्किंग सिस्टम भविष्य की जरूरतों के अनुरूप है। जनता को सड़क पर अवैध पार्किंग छोड़कर इस व्यवस्था का लाभ उठाना चाहिए।”
प्रभाव और भविष्य की दिशा
फ्री सखी शटल सेवा के शुरू होने से घंटाघर, गांधी पार्क, राजपुर रोड और सचिवालय मार्ग जैसे व्यस्त क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि सड़क पर अवैध पार्किंग करने वालों पर अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इस कार्यवाही के लिए एक डेडिकेटेड क्रेन यूनिट भी स्थापित की गई है।



