गढवाल सभा चण्डीगढ़ ने मनाया धूमधाम से उतराखंड राज्य स्थापना दिवस
उतराखंड राज्य की स्थापना के अवसर पर एक शाम-गढ़ संगीत के नाम का आयोजन
चण्डीगढ़ ( कुलदीप धस्माना ): गढवाल सभा, चण्डीगढ़ ने आज उतराखंड राज्य की स्थापना के अवसर पर गढ़वाल भवन, सेक्टर 29 में रंगारंग कार्यक्रम एक शाम-गढ़ संगीत के नाम का आयोजन किया जिसमें स्थानीय लोक कलाकारों मीमांसा नेगी, विद्या शाह, आशु, ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी अनूप बमोला, क्षेत्र के जाने-माने समाजसेवी गिरवर जांगिड़ ने दीप प्रज्वलित करके आरम्भ किया। सभा के महासचिव बीरेंदर सिंह कंडारी ने बताया कि इस मौके पर उतराखंड की बेटी रितु बिष्ट, जिन्हें मेरिट के आधार पर गवर्नमेंट कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 32 में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में प्रवेश मिला, को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम से पहले उतराखंड के शहीदों की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मोन धारण किया गया और शहीदों को याद किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ उतराखंड की देव स्तुति “देणा हूँया खोली का गणेश देणा, हूँया मोरी का नारायण” से हुई। इसके पश्चात मीमांसा नेगी के “धना –धना रे” के गीत पर लोगों ने जमकर डांस किया। आशु और विद्या शाह के जुगल गीतों को लोगों ने खूब सराहा। इसके बाद गढ़वाल सभा के महिला प्रकोष्ठ ने गढ़वाल का मुख्य लोक गीत “थडया” जिसको पूनम, रेखा रावत, सरोज, धना रावत, गुड्डी सजवान, शोभा देवली, सुमेधा ने प्रस्तुत किया और लोगों ने खूब सराहा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य संयोजन सभा के सांस्कृतिक सचिव प्यार सिंह रणावत ने किया।
सभा के विशेष सलाहकार जगदीश असवाल ने उतराखंड आन्दोलन व स्थापना के बारे में लोगों को अवगत किया। इस अवसर पर सभा के प्रधान शंकर सिंह पंवार ने सभी प्रवासियों को अपनी संस्कृति को बनाये रखने की अपील की और उन्होंने युवाओं को अपने पैतृक गाँव को भी जाने का आग्रह किया ताकि पलायन को रोका जा सके। वरिष्ट उप प्रधान एसपी बमोला ने आए हुए सभी गढ़वासियों का दिल से धन्यवाद किया और कहा कि भविष्य में भी सभा द्वारा इसी प्रकार से गढ़-संस्कृति से जोड़ने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा | गढ़वाल सभा की महिला प्रकोष्ठ की प्रधान रेखा रावत व महासचिव निधि बलूनी ने सभी गढ़वासी महिलाओं से आह्वान किया की गढ़ समाज हित के कार्यों में आगे आएं और समाज को सुंदर बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।