मातृ स्वास्थ्य को बढ़ावा देने ‘जी’ और ‘स्नेहा’ ने मिलाया हाथ
भिवंडी में 8,000 महिलाओं को मिला मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम का लाभ
चंडीगढ़: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भारत की प्रमुख कंटेंट कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (जी) और सोसाइटी फॉर न्यूट्रिशन एजुकेशन एंड हेल्थ एक्शन (स्नेहा) के साथ साझेदारी में की गई अपनी एक विशेष पहल पर प्रकाश डाला, जिसके तहत एक विशेष समावेशी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम विकसित किया गया है। ठाणे जिले के भिवंडी में वंचित वर्ग के लिए विकसित किया गया कार्यक्रम पूरे क्षेत्र में महिलाओं के लिए सशक्तीकरण का एक प्रतीक बन गया है।
तत्काल कदम उठाने की जरूरत को समझते हुए जी ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को बढ़ावा देने के लिए स्नेहा के साथ साझेदारी की, जो सितंबर 2022 से 8,000 से अधिक महिलाओं के जीवन में बदलाव लाया है। भिवंडी के वंचित वर्ग के लिए संचालित किए गए समावेशी कार्यक्रम में प्रजनन आयु की विवाहित महिलाओं से लेकर 0-2 वर्ष की आयु के बच्चे, समर्पित सामुदायिक स्वयंसेवक से लेकर इस प्रणाली के लिए कर्मचारियों आदि से जुड़ी असंख्य गंभीर स्वास्थ्य चिंताओं पर ध्यान दिया।
जी के समर्थन से स्नेहा ने एक व्यापक मूल्यांकन किया, जिसमें भिवंडी की 44% शहरी झुग्गी आबादी के भीतर मातृ और नवजात शिशु की रुग्णता और मृत्यु दर जैसे प्रचलित स्वास्थ्य मुद्दों के साथ-साथ तपेदिक, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी संक्रामक और गैर-संचारी बीमारियों की खतरनाक दर उजागर हुई। क्षेत्र में वंचित वर्ग के लोग शिशु प्रसव की चौंका देने वाली 24% दर के साथ-साथ अस्पताल में प्रसव के लिए देर से पंजीकरण, कम टीकाकरण दर और लिंग-आधारित हिंसा की चिंताजनक घटनाओं से जूझ रहे हैं।
तमाम चुनौतियों को देखते हुए जी और स्नेहा ने प्रजनन, मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं एक साथ लक्षित करते हुए एक समुदाय-आधारित शहरी स्वास्थ्य देखभाल मॉडल को सहयोगात्मक रूप से विकसित और कार्यान्वित किया। भिवंडी में स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों के साथ साझेदारी करते हुए कुपोषण, लिंग आधारित हिंसा, तपेदिक (टीबी) और गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) से निपटने के लिए कार्यक्रम तैयार किया गया।
नियोनेटोलॉजिस्ट और स्नेहा की संस्थापक डॉ. अर्मिडा फर्नांडीज ने कहा, ‘हमने कम आय वाले परिवारों, विशेषकर माताओं और बच्चों के सामने आने वाली गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का हल तलाशने के लिए स्नेहा की स्थापना की। हमारा लक्ष्य स्वास्थ्य के प्रति व्यवहार में सुधार करना और वंचित समुदायों में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना है। हमारे कार्यक्रम के माध्यम से 8,000 महिलाओं में परिवर्तन को देखना हमें कृतज्ञता से भर देता है और हम जी से मिले अमूल्य समर्थन के लिए दिल से आभारी हैं।’