राष्ट्रीय खेल: फल-फूल रही उत्तराखंड की हरित पहल
आईआईपी को भेजा गया 250 लीटर तीन बार इस्तेमाल किया गया तेल, बनेगा बायोफ्यूल
उत्तराखंड लाइव | देहरादून, 13 फरवरी 2025
38वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान उत्तराखंड की हरित पहल ने नया मुकाम हासिल किया है। खेलों के आयोजनों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में यह प्रयास अब फल-फूल रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (IIP) को ढाई सौ लीटर उपयोग किया गया तेल बायो फ्यूल बनाने के लिए भेजा है, जिसे विभिन्न स्थानों से जब्त किया गया था।
तीन बार इस्तेमाल किया गया तेल अब बनेगा ऊर्जा
खाद्य सुरक्षा विभाग ने बताया कि यह तेल ऐसा था जिसे तीन बार तक फ्राई करने के बाद फेंक दिया जाता, लेकिन अब इसका इस्तेमाल बायो डीजल बनाने में किया जाएगा। इससे न सिर्फ पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि हरित ऊर्जा को भी बढ़ावा मिलेगा।
ग्रीन गेम्स की थीम पर हो रहा आयोजन
इस बार राष्ट्रीय खेलों की थीम ‘ग्रीन गेम्स’ रखी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य में हर स्तर पर पर्यावरण-अनुकूल पहल की जा रही है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी इस दिशा में बड़ा योगदान दिया है।
उपायुक्त (मुख्यालय) जीसी कंडवाल ने बताया कि खेल स्थलों और आसपास के बाजारों में तीन मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब के जरिए जांच अभियान चलाया गया। जांच में यह पाया गया कि कई जगहों पर ऐसा तेल दोबारा से इस्तेमाल हो रहा था जो स्वास्थ्य के लिए घातक है।
कुल पोलर कंपाउंड से होती है हानि
खाने के तेल को बार-बार गर्म करने से उसमें कुल पोलर कंपाउंड्स (TPC) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी होता है। ऐसे तेल को जब्त कर बायोफ्यूल के लिए भेजना हरित पहल की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा:
“राष्ट्रीय खेलों में हरित पहल को सभी विभागों, संस्थाओं और नागरिकों का समर्थन मिला है। हम इस दिशा में लगातार आगे बढ़ते रहेंगे। यह सिर्फ एक शुरुआत है, भविष्य में उत्तराखंड को देश का अग्रणी हरित राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है।”



