पटियाला हार्ट इंस्टीट्यूट और मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ने ‘हार्ट टीम एप्रोच’ के महत्व पर जोर दिया
पटियाला : पटियाला हार्ट इंस्टीट्यूट और मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ने शुक्रवार को हृदय रोगों के इलाज में ‘हार्ट टीम एप्रोच’ के महत्व पर जोर दिया। अस्पताल ने हृदय रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
अस्पताल के एमडी व चीफ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. जी. एस. सिद्धू ने कहा, ” अस्पताल में चौबीसों घंटे अत्याधुनिक हृदय उपचार विशेषज्ञता और सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं। अस्पताल पंजाब के मालवा क्षेत्र में एकमात्र सुविधा है जहां पूरी तरह से लेस टीम और कार्डियक देखभाल के लिए उन्नत सुविधाएं हैं।
अस्पताल की टीम में सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सिमरजोत सिंह सरीन, सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. बिरदेविंदर सिंह, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. गुरदर्शन सिंह, और कार्डियक इंटेंसिविस्ट डॉ. बिस्वजीत महाराणा शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक को प्राथमिक एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता वाले एक्यूट मायोकार्डियल इंफार्क्शन (दिल के दौरे) के प्रबंधन में विशेषज्ञता प्राप्त है।
चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर दिलशाद सिंह सिद्धू, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जन डॉ. सुरिंदर पाल सिंह बग्गा और मेडिकल डायरेक्टर और कंसल्टेंट-इंटरनल मेडिसिन डॉ. एमजे जयकांत भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर के दौरान, डॉ. सिद्धू ने “डोर-टू-बैलून टाइम” की अवधारणा पर भी विस्तार से बताया। जितनी जल्दी मेडिकल टीम हृदय में रक्त प्रवाह को बहाल करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया कर सकती है, रोगी के लिए ठीक होने और जीवित रहने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।
डॉ सुरिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा कि दिल के दौरे के दौरान जीवन बचाना एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, इसके लिए प्रभावी टीम वर्क की आवश्यकता होती है।
डॉ. एम. जे. जयकांत ने ‘हार्ट टीम अप्रोच’ के महत्व पर प्रकाश डाला। रोकथाम हमेशा सबसे अच्छी रणनीति है। दिल का दौरा पड़ने पर समय पर इन्टर्वेन्शन महत्वपूर्ण रहता है। अपने हृदय स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना और चेक-अप और आकलन के लिए नियमित रूप से स्वास्थ्य पेशेवरों से परामर्श करना आवश्यक है।
दिलशाद सिंह सिद्धू ने कहा कि पटियाला हार्ट इंस्टीट्यूट और मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में क्षेत्र में हृदय रोग विशेषज्ञों और कार्डियक सर्जन की सबसे बड़ी और सबसे अनुभवी टीम शामिल है।