आईएपी पीडियाट्रिक क्विज फॉर अंडरग्रेजुएट्स में हिमांशी और कचन जोशी की टीम रही प्रथम
मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के तत्वावधान में हुई क्विज प्रतियोगिता
श्रीनगर। राजकीय मेडिकल कॉलेज में 37वीं आईएपी पीडियाट्रिक क्विज फॉर अंडरग्रेजुएट्स का आयोजन किया गया। जिसमें एमबीबीएस स्नातक छात्रों ने चिकित्सा सेवा से संबंधी सवालों पर अपनी प्रतिभा दिखाते हुए अब्बल स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के चुनी गई चार टीमों में हिमांशी रावत एवं कंचन जोशी की टीम पहले स्थान पर रही। जबकि सुंधाशु एवं कुनाल की टीम दूसरे, हार्दिक और नितिन की टीम तीसरे तथा श्रेया और अंशिका की चौथे स्थान पर रही। क्वीज प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि एमबीबीएस पढ़ाई के साथ-साथ संस्थान में होने वाले सेमिनार, क्वीज, सांस्कृतिक एवं एकेडमिक से जुड़े कोई भी कार्यक्रम हो इसमें सभी छात्रों को प्रतिभाग करना चाहिए। कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने से छात्र अपनी प्रतिभा निखारने के साथ ही ज्ञान अर्जित कर सकते है। कहा कि इस तरह के क्वीज प्रतियोगिताएं परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण होते है। साथ ही छात्र नये-नये अपडेट से रूबरू होते है। प्राचार्य डॉ. रावत ने कहा कि एमबीबीएस बेच से जो चार टीमों में आठ छात्र क्विज के लिए चयनित हुए है, वह पूरे बेच का प्रतिनिधित्व करेगे। बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. सीएम शर्मा ने कार्यक्रम ने क्विज प्रतियोगित के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि आईएपी पीडियाट्रिक क्विज फॉर अंडरग्रेजुएट्स हर साल आयोजित होती है। इसमें प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं को स्टेट व नेशनल लेबल पर प्रतिभाग करने का मौका मिलता है। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का आभार प्रकट किया। जबकि क्विज में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं की सराहना की। प्रतियोगिता में पिछले साल द्वितीय स्थान पर रहे सौम्य और प्राची को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में क्वीज प्रतियोगिता का संचालन डॉ. अंकिता गिरी, क्विज मॉस्टर की भूमिका डॉ. मिनाक्षी रावत ने निभाई। जबकि कार्यक्रम के सफल संचालन में एसो. प्रोफेसर डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, डॉ. अशोक शर्मा, डॉ. संजना सिंह सहित डॉ. सृजन, डॉ. पवन, गायनी विभाग के एचओडी डॉ. नवज्योति बोरा सहित विभिन्न विभागों के फैकल्टी मेम्बर मौजूद थे।