ट्रूग्रोथ और सीआईआई ने ‘ग्रोथ कैपिटल और स्ट्रैटेजिक एग्जिट्स पर वेंचर पाथवेज़’ का आयोजन किया
चंडीगढ़ : उभरते एवं स्थापित व्यवसायों की जरूरतों को पूरा करने के लिए, ट्राईसिटी – बेस्ड बिज़नेस कंसल्टिंग फर्म ट्रूग्रोथ ने सीआईआई चंडीगढ़ के साथ साझेदारी में ‘ग्रोथ कैपिटल और स्ट्रैटेजिक एग्जिट्स पर वेंचर पाथवेज़’ सम्मेलन का आयोजन सीआईआई नॉर्दर्न रीजन मुख्यालय, सेक्टर 31, चंडीगढ़ में किया।
इस कार्यक्रम में पंजाब, हरियाणा, ट्राईसिटी और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न व्यवसायिक पेशेवरों ने भाग लिया जिन्होंने मुंबई, दिल्ली तथा क्षेत्र से आए स्पीकर्स के जानकारीपूर्ण और प्रभावशाली प्रस्तुतियों को सुना। कार्यक्रम में उपस्थित लोग इन प्रस्तुतियों से प्रेरित होकर महत्वपूर्ण इंडस्ट्री ट्रेंड पर सार्थक चर्चाओं में शामिल हुए। यह अपने आप में एक अनूठा आयोजन था, जिसमें पहली बार बिज़नेस ओनर्स, इन्वेस्टर्स, मर्चेंट बैंकर्स और सेवा प्रदाताओं (तकनीक, बीमा और कानूनी) को एक मंच पर लाया गया। इन लोगों ने अपने अनुभव, सर्वोत्तम प्रथाएं और कंपनियों के लिए संभावित विकास योजनाओं को साझा किया, जो कि देश की वृद्धि के साथ तालमेल बिठाते हैं।
सीआईआई चंडीगढ़ के अध्यक्ष एवं उषा यार्न्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, अनुराग गुप्ता ने सम्मेलन के विषय की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए ट्रूग्रोथ टीम का सीआईआई के साथ इस आयोजन को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए धन्यवाद किया।
ट्रूग्रोथ के पार्टनर्स, संदीप सहगल और निर्भय गर्ग्या ने कहा कि उन्होंने इस सम्मेलन का आयोजन इसलिए किया ताकि ग्रोथ कैपिटल की उपलब्धता और आईपीओ और मर्जर एवं अधिग्रहण के माध्यम से व्यवसायिक एग्जिट स्ट्रैटेजी की महत्ता के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके, साथ ही सेल्स इंजन, टेक्नोलॉजी और बीमा जैसे कोर इंफ्रास्ट्रक्चर की भूमिका पर भी जोर दिया जा सके।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए, लुधियाना की न्यू स्वान इंडस्ट्रीज के सीएमडी उपकार सिंह ने बताया कि कैसे उनकी कंपनी की वृद्धि को आईपीओ ने भारत और विदेशों में प्रोत्साहित किया। एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के सुप्रीत सिंह ने इस जटिल व्यावसायिक माहौल में कंपनी की वृद्धि के दौरान ‘संपूर्ण सुरक्षा’ सुनिश्चित करने के लिए बीमा प्रस्तावों की महत्ता पर प्रकाश डाला।
कांफ्रेंस में मौजूद अन्य स्पीकर्स में मुंबई के एनएनएम के निकुंन मित्तल और ब्लैकसॉइल फंड, मुंबई के वैभव निगम शामिल थे, जिन्होंने अपने अपने विचार साझा किए। इम्फोर्स ऑटोमोटिव के अशोक मेहता ने इस साल की शुरुआत में अपने आईपीओ यात्रा के अनुभवों को साझा किया, जबकि विप्रो परी के सुंदर रमन ने मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों के लिए डिजिटलीकरण की महत्ता और उसकी रूपरेखा पर चर्चा की।
इस बीच, विमेरा के अजय ने बताया कि कैसे वे निर्माताओं को अत्याधुनिक लोट और एआई तकनीकों को एकीकृत करने में मदद कर रहे हैं ताकि दक्षता को बढ़ाया जा सके और उत्पादकता को बढ़ावा दिया जा सके। इन सभी वक्ताओं ने मिलकर मैन्युफैक्चरिंग के भविष्य को आकार देने वाले परिवर्तनकारी रुझानों का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया।
इस आयोजन में लुधियाना के फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल ऑर्गनाइजेशंस (एफआईसीओ) के अध्यक्ष गुरमीत सिंह कुलर, प्रमुख चार्टर्ड एकाउंटेंट्स सीए. संजय अरोड़ा, सीए. नीलकांत, आईएम पंजाब के सीईओ सोमवीर आनंद, मोहाली के उद्योगपति दिलप्रीत बोपाराय और डॉ. के.एस. बोपाराय सहित क्षेत्र के प्रमुख चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने भाग लिया। कार्यक्रम में मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्ति – आईएम पंजाब के सीईओ सोमवीर आनंद, एफआईसीओ लुधियाना के अध्यक्ष गुरमीत सिंह कूलर, मोहाली के उद्योगपति दिलप्रीत बोपाराय और डॉ. के.एस. बोपाराय, तथा क्षेत्र के प्रमुख चार्टर्ड एकाउंटेंट्स सीए. संजय अरोड़ा और सीए. नीलकांत ने भी इस सम्मेलन में उपस्थिति दर्ज कराई।