एंडोस्कोपी शुरु होने से दूर-दराज पर्वतीय क्षेत्र के मरीजों को मिली बडी राहत
रूद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी से पहुंचे थे मरीज, रविवार को भी होगी एंडोस्कोपी
श्रीगनर। वीर चन्द्र सिंह गढवाली राजकीय आयुर्विज्ञान शोध संस्थान के हे.न.ब. बेस टीचिंग चिकित्सालय मे लगातार गढ़वाल क्षेत्र की जनता के लिए चिकित्सा सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के अंक बढ़ा रहा है। एंडोस्कोपी की शुरूआत होने की खबर लगते ही जरूरत मंद कुछ मरीज व्हील चेयर पर भी बैठकर शनिवार को एंडोस्कोपी कराने के लिए बेस चिकित्सालय पहुंचे। बेस चिकित्सालय में एंडोस्कोपी की शुरुआत होने की खबर लगते ही मरीजों का इंतजार शनिवार खत्म हुआ। मरीज एंडोस्कोपी कराने के लिए बडी उम्मीद लेकर बेस चिकित्सालय आ पहुचे। पहले दिन बेस चिकित्सालय में मेडिसिन विभाग द्वारा 8 मरीजों की एंडोस्कोपी की। एंडोस्कोपी की सुविधा शुरु होने पर मरीजों द्वारा ऋषिकेश-दून व दिल्ली के चक्कर से छुटकारा दिलाने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार जताया।
विदित है कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के द्वारा एंडोस्कोपी की व्यवस्था की गई थी। तदुपरांत प्रोसीजर शुरु करने के निर्देश दिये गये थे, ताकि सम्बन्धित मरीजो को इधर-उधर ना भटकना पडे। जिसके बाद सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान, अल्मोड़ा के चिकित्सा अधीक्षक एवं मेडिसिन विभाग के एचओडी विषय विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार ने शनिवार को बेस चिकित्सालय पहुंचकर एंडोस्कोपी का प्रशिक्षण देकर शुरुआत कराई गई। एंडोस्कोपी का प्रशिक्षण देने पहुंचे डॉ. अशोक कुमार का मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत, मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. केएस बुटोला समेत अन्य संस्थान कर्मीयो ने स्वागत किया गया। मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. केएस बुटोला ने बताया कि नौ मरीज पहले दिन पहुंचे थे, जिसमें से आठ मरीजों की एंडोस्कोपी की गई। एक मरीज में दिक्कत होने पर अब रविवार को एंडोस्कोपी की जायेगी। कहा कि रूद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी से मरीज पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार के अगुवाई में मरीजों की एंडोस्कोपी की गई। इसके साथ ही मेडिसिन विभाग के संकाय सदस्यों, एसआर एवं जेआर द्वारा भी ट्रैनिंग सेशन मे प्रतिभाग किया गया।
एंडोस्कोपी के दौरान पीजी जेआर डॉ. विनोद तिवारी ने मरीजों को पंजीकरण करने के साथ ही एंडोस्कोपी के दौरान बरती जाने वाली सभी सावधानियों के बारे में अवगत कराया। कहा कि एक मरीज के एंडोस्कोपी करने में लगभग आधे घंटे से अधिक समय लगता है। इस मौके पर मेडसिन विभाग के एसआर डॉ.जया, डॉ. विवेक, डॉ. अरविंद, पीजी जेआर डॉ. कपूर, डॉ. अंकित, टैक्नीशियन दीपक कुमार, नर्सिंग अधिकारी बीना द्विवेदी, शुभम आदि मौजूद थे।