अभिनव शर्मा ने ९१.४ फ़ीसदी अंक लेकर अपने परिवार व सूबे का नाम किया रोशन
मोरनी : हरीश् शर्मा सीबीएसई के बारहवीं कक्षा में पंचकूला ज़िले की तहसील मोरनी स्कूल के छात्रों का शानदार प्रदर्शन रहा। कहते हैं कि होनहार बच्चों का पालने से ही पता चल जाता है। अपनी मेहनत व प्रतिभा से अपने परिवार ही नहीं समूचे गाँव, ज़िले एवं राज्य का नाम भी रोशन करते है।
हिमाचल प्रदेश के ज़िले सोलन एवं सिरमौर के बॉर्डर से सट्टे ज़िला पंचकूला की सब तहसील मोरनी गाँव में ऐसे ही प्रतिभाशाली राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोरनी के छात्र अभिनव शर्मा ने ९१.४ फ़ीसदी अंक लेकर अपने परिवार व सूबे का नाम रोशन किया। समाजसेवी राजेश शर्मा ने बताया कि अभिनव शर्मा घर के इकलौते चिराग़ हैं, बहुत ही होनहार और प्रतिभाशाली होने के कारण पढ़ाई-लिखाई व स्पोर्ट्स में भी अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। अभिनव के पिता मोहन लाल हरियाणा स्टेट ग्रामीण आजीविका मिशन में खंड स्तर के अधिकारी पद पर कार्यरत हैं जबकि उनकी माता रीता शर्मा ग्राहणी हैं । इस अवसर पर उनके पिता ने कहा कि हम अपने बेटे की अथक मेहनत की सफलता से खुश हैं, तो वहाँ माता रीता शर्मा ने भी कहा अभिनव पढ़ाई में अव्वल होने के साथ-साथ आज्ञाकारी भी है। स्कूल के होमवर्क करने के पश्चात् घर के कामकाज में भी हाथ बटाता है। घर पर मवेशियों की देखभाल के साथ खेत में भी काम करवाता है। लगन व मेहनती – जहां राजेश शर्मा ने बताया कि अभिनव शर्मा, घर से 10 किलोमीटर दूर प्रतिदिन पैदल चलकर मोरनी के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जाकर पढ़ाई की। वहीं प्रथम स्थान पर चित्रलेखा ने 91.8 प्रतिशत अंक लिए और तीसरे स्थान पर चारू ठाकुर ने 85.8 फ़ीसदी अंक लेने वाले छात्रों को मोरनी जैसे दुर्गम व जटिल क्षेत्र से पैदल पगडंडियों से गुजरकर विद्यालय में पढ़ाई के लिए आना जाना पढ़ता है। शिक्षक अधिकारी की प्रशंसा – यह बहुत ही ख़ुशी के क्षण है कि बिना ट्यूशन व कोचिंग के कई छात्रों ने 90 फ़ीसदी से अधिक अंक प्राप्त किए: शिक्षा अधिकारी यहाँ तक कि ज़िला और खंड स्तर के स्कूल शिक्षा अधिकारी भी होनहार छात्रों की खूब प्रशंसा करते हैं। यह आजकल के संदर्भ में बहुत बड़ी विडंबना है कि 77 वर्ष आज़ाद देश होने के बावजूद भी अध्यापकों व छात्रों को पहाड़ी पगडंडियों, नदी-नालों व दुर्गम जंगलों से पैदल चलकर अध्ययन के लिए आना पड़ता । रिकॉर्ड बनाया – जहां चंडीगढ़ एवं पंचकूला के शहरी छात्रों द्वारा अव्वल अंक लेकर रिकॉर्ड बनाया जाता रहा, तो इस बार ग्रामीण इलाक़े के छात्रों का भी प्रदर्शन बेहतर अंक लेकर रहा, जिसका परिणाम 90 प्रतिशत से अधिक अंक लेकर नई प्रतिभा का परचम लहराया। न केवल गाँव, स्कूल व स्कूल शिक्षकों के नाम रोशन किए बल्कि माता पिता के नाम को गौरवान्वित किया। अभिनव के अथक मेहनत से नव पीढ़ी के बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी। जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक ने कहा मोरनी जैसे दुर्गम क्षेत्र से निकलकर विद्यालय तक पहुँचना अपने में एक भयानक चुनौतियों से कम नहीं है। इसके विपरीत सीबीएसई की दसवीं व बारहवीं के छात्रों ने बिना किसी मदद या कोचिंग व ट्यूशन के अभाव में भी अभिनव शर्मा, चित्रलेखा एवं चारू ठाकुर के अव्वल प्रदर्शन ने गौरवान्वित किया। उन्होंने आशा व्यक्त की आगे भी छात्र अपनी मेहनत लगन व प्रतिभा से एक उच्चस्तरीय मुक़ाम हासिल करेंगे।
लगन व मेहनत हो तो कोई भी मुक़ाम हासिल हो सकता है : अभिनव शर्मा
मोरनी राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बारहवीं कक्षा के छात्र ने कहा कि किसी भी मुक़ाम मेहनत व लगन से हासिल किया जा सकता हैं। अभिनव शर्मा ने बताया कि दुर्गम रास्तों से होकर 10 किलोमीटर प्रतिदिन स्कूल को जाना और वापस आना करना पड़ता था। इसके अवसर पर उन्होंने अपने माता रीता शर्मा व पिता मोहन लाल के साथ अपने अधयापकों को श्रेय देते हुए उनका प्रणाम करते हुए धन्यवाद किया। स्कूल्स के छात्रों को सफलता के लिए अभिनव शर्मा ने कहा ईमानदारी से अपनी मेहनत व लगन से पढ़ाई कर ज़िंदगी के हर मुक़ाम को सफल बना सकते हैं।