कांग्रेस का सनातन विरोधी चेहरा हुआ बेनकाब : शक्ति प्रकाश देवशाली
चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के उपाध्यक्ष शक्ति प्रकाश देवशाली ने कांग्रेस नेताओं द्वारा अयोध्या में होने वाले श्रीराम विग्रह प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार करने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इससे कांग्रेस का सनातन विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ है।
आज जारी एक बयान में शक्ति प्रकाश देवशाली ने कहा कि कांग्रेस प्रारम्भ से ही राम मंदिर निर्माण के विरुद्ध रही है और समय-समय पर उनके नेताओं और उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस पुनीत कार्य में रोड़े अटकाने का कार्य किया है। कांग्रेस पार्टी ने ही सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के खिलाफ अधिवक्ता खड़े किये। उनकी ही सरकार ने रामसेतु तोड़ने के प्रयास किये और यहाँ तक कि करोड़ों सनातनियों के आराध्य श्रीराम के काल्पनिक होने की बात कही।
देवशाली ने कहा कि आज कांग्रेस प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ का कार्यक्रम बताकर इसका बहिष्कार कर रही है जबकि सच्चाई यह है कि कांग्रेस के बहिष्कार के पीछे तुष्टीकरण मुख्य कारण है और कांग्रेस पार्टी वोटों की तुच्छ राजनीति कर रही है।
देवशाली ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर पांच शताब्दियों के पश्चात निर्मित हो रहा है और सम्पूर्ण विश्व के सनातनियों में अभूतपूर्व उत्साह का संचार हो रहा है। ऐसे में कांग्रेस द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का किया जाने वाला बहिष्कार ‘रंग में भंग’ डालने का कुप्रयास है। सम्पूर्ण देशवासी कांग्रेस की मानसिकता से परिचित हो चुके हैं और उनके द्वारा खुलेआम किये जा रहे सनातनियों के विरोध के लिए उन्हें कभी क्षमा नहीं करेंगे।