मुख्यमंत्री धामी का निर्देश: मानसून के दौरान 15 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचे JCB, संवेदनशील इलाकों की हो प्रभावी मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून को देखते हुए प्रदेशभर में आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूस्खलन की किसी भी आपात स्थिति में 15 मिनट के भीतर JCB मौके पर पहुंचनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने राज्य का लैंडस्लाइड मैप तेजी से तैयार करने और सभी पुलों का सुरक्षा ऑडिट बरसात से पहले कराने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेषरूप से हल्द्वानी से कैंचीधाम और अल्मोड़ा–पिथौरागढ़ मार्ग के पैच वर्क की समीक्षा और निरीक्षण के निर्देश दिए हैं।
मेडिकल आपातकाल पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री ने पुरानी एंबुलेंसों को शीघ्र बदले जाने, पिथौरागढ़ में एक अतिरिक्त हेलीकॉप्टर तैनात करने और हेलीपैड/एयरपोर्ट निर्माण कार्यों को तेज करने को कहा। उन्होंने गर्भवती महिलाओं का डेटाबेस बनाने और जिनकी डिलीवरी चार माह में होनी है, उनके लिए पूर्व प्रबंधन के निर्देश भी दिए।
संवेदनशील भवनों और स्कूलों की तत्काल जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग और जिलाधिकारियों को जीर्ण-शीर्ण स्कूल भवनों की पहचान कर विद्यार्थियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने और 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। अस्पताल, स्कूल और आश्रम जैसी जगहों पर बिजली के खुले तारों को सुरक्षित करने के भी निर्देश दिए गए।
बाढ़ और जल निकासी को लेकर कार्य तेज
हरिद्वार और उधमसिंहनगर जैसे मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ और जल निकासी की स्थायी समस्या के समाधान के लिए विशेषज्ञ एजेंसी से सर्वे कराकर कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने जलाशयों की नियमित मॉनिटरिंग और सिल्ट हटाने का कार्य नियमित रूप से सुनिश्चित करने को कहा।
यात्री सुरक्षा और चारधाम यात्रा
मौसम विभाग द्वारा अधिक वर्षा के पूर्वानुमान के चलते मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता में रखने, भूस्खलन की स्थिति में उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रोकने, और स्थिति सामान्य होने पर ही आगे भेजने के निर्देश दिए।
समन्वय और सामुदायिक भागीदारी पर ज़ोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की स्थिति में NDRF, SDRF के साथ स्थानीय लोगों को भी राहत-बचाव कार्यों में प्रशिक्षित और शामिल किया जाए। उन्होंने सभी हेल्पलाइन और टोल फ्री नंबरों का प्रचार करने को कहा ताकि जनता को तत्काल मदद मिल सके।
टैक्नोलॉजी और डेटा पर विशेष ज़ोर
सभी भूस्खलन संवेदनशील क्षेत्रों की मैपिंग और डेटाबेस तैयार करने, बंद सड़कों की रियल टाइम जानकारी वेबसाइट और ऐप पर अपडेट करने तथा हेलीपैड्स का सेफ्टी ऑडिट अनिवार्य रूप से करने को कहा गया।
मुख्यमंत्री ने कैंची बाईपास के निर्माण को तेजी से आगे बढ़ाने, क्वारब क्षेत्र में भूस्खलन का तत्काल उपचार करने, और बाढ़ चौकियां पर्याप्त संख्या में स्थापित करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय कुमार रुहेला, मुख्य सचिव आनंद बर्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली सहित सभी जिलाधिकारी (वर्चुअल माध्यम से) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।