अंत्योदय परिवारों का सहारा बनी मनोहर सरकार की ‘दयालु योजना’
2180 लाभार्थियों के खातों में सीधे पहुंची 84 करोड 01 लाख की आर्थिक सहायता राशि
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज अंत्योदय परिवारों को सामाजिक-वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना (दयालु) के तहत 2180 लाभार्थियों को 84.01 करोड़ की राशि सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचाई।
दयालू योजना को देश की अनूठी योजना बताते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इससे पहले भी वर्तमान सरकार द्वारा 2145 लाभपात्रों के बैंक खातों मंे 82.12 करोड रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है। आज प्रदान की गई राशि को मिलाकर अब तक कुल 4325 लाभार्थियों को 166.13 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह भी उपस्थित थे। वहीं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता वर्चुअल रूप से जुडे़।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दुर्घटना में परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने अथवा दिव्यांग हो जाने पर उस परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है। ऐसे परिवारों की चिंता करते हुए उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना (दयालु) चलाई जा रही है। इससे पहले भी इस योजना में 1 लाख 80 हजार रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवार के 6 वर्ष से 60 वर्ष तक की आयु के सदस्य की मृत्यु या दिव्यांग होने पर सहायता प्रदान की जाती है।
उन्होंने बताया कि दयालु योजना के तहत विभिन्न आयु वर्ग के अनुसार लाभ दिया गया है। 6 से 12 वर्ष आयु तक के लिए 1 लाख रुपये, 12 से अधिक व 18 वर्ष तक 2 लाख रुपये, 18 से अधिक व 25 वर्ष तक 3 लाख रुपये, 25 से अधिक व 45 वर्ष तक 5 लाख रुपये, 45 से अधिक व 60 वर्ष तक 3 लाख रुपये की राशि दी जाती है। इस लाभ में 18 से 40 वर्ष की आयु वर्ग में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत मिलने वाली राशि भी शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण गुप्ता, वित विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, हाउसिंग फार ऑल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजा शेखर वुंडरू, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए.के. सिंह, बिजली निगमों के अध्यक्ष पी के दास, सूचना, जन सम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक मनदीप सिंह बराड़, डीएचबीवीएन के प्रबंध निदेशक पी सी मीणा, हाउसिंग फार ऑल विभाग के महानिदेशक टी एल सत्यप्रकाश, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के निदेशक अमित खत्री सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।