काशीपुर और पन्तनगर में गैस रिसाव पर काबू पाने को कराई मॉक ड्रिल का आयोजन
रुद्रपुर : जिलाधिकारी एवं रेस्पोंसिबल पर्सन आईआरएस उदयराज सिंह के निर्देशन में जनपद के दो स्थानों काशीपुर क्षेत्र में स्थित आईजीएल तथा पन्तनगर में रॉकेट इण्डिया, में कैमिकल (इण्डस्ट्रीयल) डिजास्टर पर आधारित मॉकड्रिल किया किया गया। आईजीएल, रॉकेट इण्डिया में ऑनसाइड व ऑफसाइड मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। काशीपुर के आईजीएल अपराह्न 10.55 बजे तथा पन्तनगर में रॉकेट इण्डिया अपराह्न 10.52 बजे मॉकड्रिल शुरू हुआ।
आपदा परिचालन केन्द्र को आईजीएल काशीपुर से एथनील ऑक्साइड गैस रिसाव के कारण आगजनी होने, तथा रॉकेट इण्डिया से क्लोरीन गैस रिसाव की सूचना प्राप्त होने पर जिलाधिकारी के निर्देशन में आईआरएस सिस्टम को एक्टिवेट किया गया। काशीपुर में राधे हरि स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय को तथा रूद्रपुर में पुलिस लाइन को स्टेजिंग एरिया बनाने के साथ डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम सभागार को इमर्जेन्सी ऑपरेशन सेंटर बनाया गया। इमर्जेन्सी ऑपरेशन सेंटर में में कमाण्ड पोस्ट, कमाण्ड स्टाफ, लोजिस्टिक सैक्शन, प्लानिंग सैक्शन, ऑपरेशन सैक्शन बनाने के साथ ही साइडों पर संचालित गतिविधियों को देखने तथा दिशा-निर्देशन हेतु दो तरफा ऑनलाइन संवाद की व्यवस्था प्रोजेक्टर के माध्यम से की गई।
आईजीएल में एथिनाइल ऑक्साइड गैस रिसाव होने की सूचना 10.55 बजे प्राप्त होने पर फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस तथा एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर भेजा गया। टीमों ने आईजीएल की सैफ्टी टीम के साथ मिलकर रेस्क्यू अभियान चलाया। रेस्क्यू अभियान में 04 प्रभावितों में से दो प्रभावितों को एम्बुलेंस के माध्यम से एलडी भट्ट चिकित्सालय भेजा गया एवं दो लोगों मामूल रूप से प्रभावित होने थे जिन्हे घटना स्थल पर ही उपचार दिया गया। गैस लीकेज रोकने के साथ ही रेस्क्यू अभियान 11.16 बजे समाप्त हुआ।
इसी प्रकार रॉकेट इण्डिया में क्लोरीन गैस के लीक होने तथा लगभग 07 व्यक्तियों के गैस के प्रभाव में आने की सूचना मिलने पर एनडीआरएफ, सिडक्ुल पुलिस चौकी से पुलिस, फायर टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ही एम्बुलेंस टीम घटना स्थल पर भेजी गई। रेस्क्यू अभियान में, 07 व्यक्तियों को सुरक्षित तथा प्रभावितों को अलग-अलग समय पर रेस्क्यू कर एम्बुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय भेजा गया। गैस लीकेज रोकने के साथ ही रेस्क्यू अभियान 11.25 बजे समाप्त हुआ।
इमर्जेन्सी में अनावश्यक भीड़ न हो और प्रभावित को बिना किसी बाधा के उपचार मिल सके तथा तीमारदारों सहित सभी को सही से जानकारी प्राप्त हो,इसके लिए चिकित्सालय में सूचना व्यवस्था हेतु अलग से व्यवस्था की गई थी।
मॉकड्रिल में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, होमगार्ड सहित आईआरएस से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
डिब्रीफिंग के दौरान अपर जिलाधिकारी ने कहा कि केमिकल आपदा से होने वाली दुर्घटनाओं से निपटने के लिए मॉकड्रिल आयोजित की गई। जिसका मुख्य उद्देश्य किसी भी केमिकल आपदा के दौरान घायल एवं चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी एजेंसियों का रिस्पांस चेक करना व सभी स्टेक होल्डर्स के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है। इसके साथ ही मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत एवं बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर, उन्हें दूर करना भी है। अपर जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि समय-समय पर जनपद की सभी छोटी-बड़ी औद्योगिक ईकाईयो को मौक अभ्यास किया जाना अनिवार्य है, जिससे कि संभावित आपदा के दौरान वह अपनी पर्याप्त तैयारियां कर सकें। अपर जिलाधिकारी ने सभी रासायनिक आपदाओं से जुड़ी औद्योगिक इकाईयों को यह भी निर्देश दिये कि अपने क्षेत्रान्तर्गत जहां भी संभावित आपदा हो सकती है, वहां पर निवास करने वाली जनता को भी निश्चित समयान्तराल पर रासायनिक आपदा के सम्बन्ध में जागरूक किया जाये तथा रासायनिक आपदाओं से बचने के उपाय तथा सहायता भी प्रदान की जाये। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि मॉकड्रिल का आयोजन होने वाली संभावित कमियों में सुधार के लिए ही किया जाता है।
एनडीआरएफ के कमांडेंट सुदेश कुमार ने कहा कि भूकम्प एवं बाढ़, आगजनी जैसी घटनाओं एवं मॉकड्रिल में एनडीआरएफ की टीम शामिल होती रही है परन्तु एनडीआरएफ द्वारा रासायनिक आपदा विषयक बड़े मॉक अभ्यास में शामिल होना, जनपद की संभावित बड़ी रासायनिक आपदाओं से जुड़ी चुनौतियों को करीब से समझने व उनसे निपटने में सहायक होगी तथा औद्योगिक ईकाईयों से यह भी अनुरोध किया कि उनके क्षेत्र में होने वाली ऑनसाइड ऑफ साइड मॉक अभ्यास में एनडीआरएफ को भी शामिल किया जाये।
अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, मुख्य कोषाधिकारी डॉ.पंकज कुमार शुक्ल, उप जिलाधिकारी गौरव पांडेय, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमा शंकर नेगी, जिला अर्थ एवम संख्याधिकारी नफील जमील, महाप्रबंधक उद्योग विपिन कुमार, एडीपीआरओ महेश कुमार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।