संत संसद: महाकुंभ 2025 के लिए प्लास्टिक मुक्त पहल का आह्वान
नोएडा में आयोजित संत संसद में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने महाकुंभ 2025 को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने पर जोर दिया और प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ की आवश्यकता पर बल दिया।स्वामी जी ने कहा कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सनातन धर्म की दिव्यता और भव्यता का प्रतीक है, जो विश्वभर के श्रद्धालुओं को जोड़ता है। उन्होंने परमार्थ त्रिवेणी पुष्प (प्रयागराज) के प्लास्टिक मुक्त नवनिर्मित आश्रम को इस दिशा में उत्कृष्ट उदाहरण बताया।
संत संसद में महाकुंभ की तैयारियों पर गहन चिंतन हुआ। स्वामी जी ने पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ताकि यह आयोजन पर्यावरणीय संतुलन और आध्यात्मिक प्रगति का प्रतीक बन सके।
इस अवसर पर पूज्य शंकराचार्य राजराजेश्वर जी महाराज, आचार्य ब्रह्मस्वरूपानन्द जी, स्वामी ऋषिश्वरानन्द जी सहित कई संत और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा उपस्थित रहे। सभी ने महाकुंभ 2025 को दिव्य, भव्य और पर्यावरण के अनुकूल बनाने का संकल्प लिया।