67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन
67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन।
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की वर्तमान चुनौतियों तथा भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर स्मार्ट पुलिसिंग के सूत्र बताए हैं। इसमें स्ट्रिक्ट एवं सेंसिटिव, मॉडर्न एवं मोबाइल, अलर्ट एवं अकाउन्टेबल, रिलायबल एवं रेस्पॉन्सिव, टेक्नो-सेवी एवं ट्रेण्ड सम्मिलित हैं। यह सूत्र कानून प्रवर्तन के भविष्य के लिए निरन्तर और स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। जब पुलिस बल इस व्यवस्था के साथ जुड़ेंगे तो वर्तमान चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक करने में सहायता प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए हार्दिक प्रसन्नता का क्षण है कि 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन राजधानी लखनऊ में हो रहा है। देश की आन्तरिक सुरक्षा तथा कानून व्यवस्था का बेहतर वातावरण बनाने तथा पब्लिक परसेप्शन तय करने में पुलिस बलों की महत्वपूर्ण तथा संवेदनशील भूमिका होती है। इसके लिए उन्हें अनेक चुनौतियों तथा असामाजिक, राष्ट्रविरोधी तत्वों व आपराधिक गिरोहों का सामना करना पड़ता है। प्रत्येक परिस्थिति में काॅमन मैन के मन में शासन के प्रति विश्वास बनाए रखना उनके जीवन का संकल्प होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक काॅमन मैन अपनी सामान्य समस्या, सुरक्षा एवं अपराध से जुड़ी हुई घटना को लेकर सबसे पहले इन पुलिस बलों के पास जाता है। उस समय पब्लिक के साथ अच्छे व्यवहार तथा संवाद से जनता के मन में विश्वास पैदा होता है। पुलिस बलों को दोहरी भूमिका का निर्वहन करना पड़ता है। एक तरफ जनता तथा सम्बन्धित स्टेकहोल्डर से संवाद बनाना तथा दूसरी तरफ असामाजिक और राष्ट्रविरोधी तत्वों के साथ जीरो टॉलरेंस नीति के माध्यम से निपटना। उस समय मन में एक ही भाव होता है कि ‘हतो वा प्राप्यसि स्वर्गम्, जित्वा वा भोक्ष्यसे महीम्’ अर्थात नागरिकों को सुरक्षा का माहौल देना है, भले ही उसके लिए बलिदान देना पड़े। यदि बलिदान हुआ तो स्वर्ग भोगूंगा, यदि जीता तो काॅमन मैन के चेहरे पर खुशी देखकर राजत्व की अनुभूति होगी। इस भाव के साथ जब पुलिस बलों के जवान कार्य करते हैं तो वह उस राज्य या बल के परसेप्शन को बदलने में बड़ी भूमिका का निर्वहन करते हंै। जब हर हाल में कानून का शासन लागू करने के संकल्प के साथ कार्य किया जाता है तो अच्छे परिणाम आते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दूसरे के दुःख में दुःखी होना तथा दूसरे की खुशी में खुश होना बड़ी बात होती है। यह उत्तर प्रदेश ने विगत 07 वर्षों में अनुभव किया है। प्रदेश का गत चुनाव कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर जीता गया। आम नागरिक के मन में विश्वास था कि सुरक्षा सर्वोपरि है तथा प्रदेश में सुरक्षा के वातावरण में प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित है। जिस प्रदेश में कोई निवेश नहीं करना चाहता था, यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में गत वर्ष 40 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। आगामी 19 फरवरी को इसमें से 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव की ग्राउंड बे्रकिंग सेरेमनी प्रधानमंत्री जी के कर कमलों द्वारा होने जा रही है। इसके माध्यम से 35 लाख युवाओं को रोजगार की गारन्टी प्राप्त होगी। यह बेहतर कानून व्यवस्था का परिणाम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऑल इण्डिया पुलिस ड्यूटी मीट उस परम्परा को आगे बढ़ाता है जिसको हमारे वैदिक परम्परा में कहा गया है कि ‘आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः’ अर्थात ज्ञान जहां कहीं से भी आएगा, हमें उसके लिए द्वार खुले रखने पड़ेंगे। ज्ञान केवल वह नहीं होता जो पुस्तकों में लिखा होता है। फील्ड ड्यूटी के दौरान आप सभी का परस्पर अनुभव वास्तविक ज्ञान है। देश भर के पुलिस बलों व संगठनों के पास अपने-अपने अनुभव हैं। हम इन अनुभवों का लाभ किस रूप में ले सकते हैं, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। परस्पर ज्ञान का आदान-प्रदान करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब देश के किसी भी भाग में अपराध की प्रकृति तथा स्वरूप को ध्यान में रखकर देश, काल और परिस्थिति के अनुसार रणनीति तय की जाती है, तो इसके बेहतरीन परिणाम मिलते हैं। साइबर ठगी के मामले में पुलिस के सामने चैलेंज होता है क्योंकि पीड़ित कहीं और का होता है तथा ठगी कहीं और से होती है। इस चैलेंज का सामना अवेयरनेस, परस्पर समन्वय तथा अपराधियों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के माध्यम से किया जा सकता है। पुलिस अखिल भारतीय स्तर पर एक साथ मिलकर परस्पर समन्वय के माध्यम से इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाती है। इसके अच्छे परिणाम आते हैं तथा अपराधी के मन में भय पैदा होता है।
कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों तथा केंद्रीय पुलिस बलों द्वारा मुख्यमंत्री जी के समक्ष मार्च पास्ट किया गया तथा उन्हें सलामी दी गई। मुख्यमंत्री जी ने 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की स्मारिका का विमोचन किया तथा प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों के विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान कीं।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री जी ने अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के समापन की औपचारिक घोषणा की। उन्होंने महानिदेशक, रेलवे सुरक्षा बल श्री मनोज यादव को अखिल भारतीय ड्यूटी मीट का ध्वज अगली अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के लिए सौंपा।
ज्ञातव्य है कि 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन रेलवे सुरक्षा बल द्वारा लखनऊ स्थित जगजीवन राम आर0पी0एफ0 अकादमी में कराया गया।
इस अवसर पर स्पेशल डी0जी0 आई0बी0 श्री हरिनाथ मिश्र, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।