logo
Latest

भाजपा ने चंडीगढ़ का संकल्प पत्र जारी किया


देश का पहला स्लम फ्री सिटी बनाने का लक्ष्य

भाजपा के संकल्प पत्र में चंडीगढ़ को एस्पिरेशनल सिटी के रुप में विकसित करने को दी गई है प्राथमिकता

मेट्रो परियोजना के क्रियान्वयन के साथ चंडीगढ़ को बनाया जाएगा शिक्षा,रोजगार,पर्यटन,हेल्थ,खेल और औद्योगिक हब

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा और प्रत्याशी संजय टंडन ने जारी किया संकल्प पत्र

चंडीगढ़ : भाजपा ने चंडीगढ़ का संकल्प पत्र जारी करते हुए उसमें पिछले दस साल की 38 उपलब्धियों के साथ भावी योजनाओं को शामिल किया है। इसमें चंडीगढ़ को एस्पिरेशनल सिटी के रूप में पहले स्थान पर रखा है। भाजपा प्रदेश कार्यालय कमलम में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी,भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा,भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन,भाजपा के उपाध्यक्ष शक्ति प्रकाश देवशाली, देविंदर सिंह बबला,मुख्य प्रवक्ता डा.धीरेंद्र तायल और प्रदेश मीडिया प्रभारी संजीव राणा ने चंडीगढ़ का संकल्प पत्र जारी किया।केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि क्योंकि आदर्श आचार संहिता लगी है,लेकिन आज वह आश्वासन दे सकते हैं कि भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन की जीत के बाद चंडीगढ़ लोकसभा क्षेत्र का कायाकल्प करने के लिए अनेक योजनाओं पर प्रमुखता से काम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र चंडीगढ़ की जनता के सुझावों के आधार पर तैयार हुआ है।उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ से भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन एक योग्य और अनुभवी प्रत्याशी हैं। उन्होंने चंडीगढ़ की जनता से अपील की कि वे टंडन को विजयी बनाकर चंडीगढ़ का चहुंमुखी विकास कराने के लिए अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय संकल्प पत्र भाजपा भी जारी करती है और अन्य राजनीतिक दल भी बनाते हैं,लेकिन भाजपा और अन्य दलों के संकल्प में बेसिक अंतर है यह है कि भाजपा का संकल्प पत्र अन्य राजनीतिक दलों की तरह चारदीवारी में दो या तीन लोगों द्वारा बैठकर तैयार नहीं होता,बल्कि अनेक सुझाव लेकर बनाया जाता है। पुरी ने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में एक बड़ी विशेषता है,सत्ता में आने पर संकल्प पत्र शामिल मुख्य मुद्दों पर प्राथमिकता के आधार पर तेजी से काम करके दिखाया जाता हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दस साल के कार्यकाल में राजनीति के साथ साथ अच्छे शासन प्रशासन के उच्च मानदंड तय किये हैं।

भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र 13 हजार सुझावों और चंडीगढ़ के विभिन्न संगठनों से मिले सुझावों के बाद भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शक्ति प्रकाश देवशाली की अध्यक्षता में तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि देश के पहले सुनियोजित शहर चंडीगढ़ को समय की मांग और लोगों के सुझावों को देखते हुए अब एस्पिरेशनल सिटी के रुप में विकसित करने की तैयारी भाजपा ने की है। चंडीगढ़ वासियों की आशाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप इस शहर का पूर्ण विकास करना भाजपा का लक्ष्य है। ताकि हर वर्ग को अत्याधुनिक सुविधाएं एवं रोजगार के अवसर मिले। देश के युवा अन्य मैट्रोपोलिटन शहरों की अपेक्षा चंडीगढ़ की ओर आकर्षित होकर इस अपने सुनहरे भविष्य के शहर के रुप में चुन सकें। टंडन ने कहा कि इसके लिए सबसे पहले जरुरी है कि यह शहर टूरिज्म एवं इवेंट सिटी के रूप में विकसित हो।चंडीगढ़ को मेडिकल हब, एजुकेशन हब, स्टार्ट-अप और बिजनेस हब, स्पोर्ट्स हब के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं।चंडीगढ़ जब इस दिशा में कदम बढ़ाएगा,तो निश्चित रुप से भारत का अग्रणी शहर होगा।

टंडन ने कहा कि चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकानों में रह रहे लोगों द्वारा समय के साथ परिवार में वृद्धि होने के कारण आवश्यकता के आधार पर किए गए बदलावों को दिल्ली पैटर्न पर नियमित करवाया जाएगा। इसके साथ-साथ कोआपरेटिव हाउसिंग के अलाटियों के भी आवश्यकता अनुसार किए गए बदलावों को नियमित करने का प्रयास होगा।चंडीगढ़ के सरकारी कर्मचारियों की आकांक्षाओं पर कुठाराघात करते हुए सरकारी कर्मचारियों की जिस हाउसिंग स्कीम को कांग्रेस ने रद किया था, उसे पहले चरण में भाजपा पुनः लागू करेगी। दूसरे चरण में अब कीमत संबंधित जो विसंगतियां होंगी, उन्हें दूर कर हाउसिंग स्कीम को साकार किया जाएगा।

कालोनियों का मालिकाना हक : चंडीगढ़ स्थित सभी पुनर्वास, ई.डब्ल्यू.एस. तथा टेनामेंट कालोनियों के निवासी वर्षों से प्रशासन को एक नियमित शुल्क दे रहे हैं,लेकिन इसके बावजूद उनको मालिकाना हक नहीं दिया गया है। ऐसे सभी मकानों में रह रहे लोगों को नीति निर्धारित कर मालिकानाहक दिया जाएगा।

अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम का प्रावधान : चंडीगढ़ ‘लैंड-लॉक्ड’ होने के कारण यहां आवासीय संपत्तियों की कीमतें बहुत अधिक हैं। कीमतें अधिक होने के कारण बड़ी संख्या में लोग यहां रिहायशी मकान आदि खरीदने में असमर्थ रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए मकान उपलब्ध करवाने तथा चंडीगढ़ में अपने मकान का सपना साकार करने हेतु उपयुक्त स्थान देखकर मल्टीस्टोरी अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम का प्रावधान करने का प्रयास कियाजाएगा।

मरला हाउसिस के निर्माण को नियमित करना : शहर का बहुत बड़ा वर्ग मरला हाउसिस में रहता है जिन्होंने अपने मकानों में आवश्यकता के अनुरुप छोटे-मोटे बदलाव या अतिरिक्त निर्माण किए हैं। इन सभी बदलावों को भी नियमित करवाया जाएगा।

युवाओं के लिए स्टार्टअप्स को बढ़ावा : स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ की स्टार्टअप नीति लागू की जाएगी। शहर के स्टार्टअप्स के लिए बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ को-वर्किंग स्पेस, मेंटरशिप, निगमन प्रक्रिया को सुगम करने, प्रारंभिक चरण में ‘सीड फंडिंग’, इंडस्ट्रीकनेक्ट और आवश्यकता पड़ने पर उद्योग ऋण की सुविधा प्रदान की जाएगी।

खेल के मैदान : भारतीय जनता पार्टी की सरकार युवाओं का रुझान खेलों के प्रति बढ़ाने हेतु ‘खेलो इंडिया’ जैसे आयोजन कर रही है। युवाओं कीआवश्यकता को देखते हुए सभी क्षेत्रों में खेल के मैदानों को विकसित किया जाएगा और उनमें बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

क्रिएटर इन्क्यूबेशन सेंटर : इन्फ्लुएंसर की क्रिएटिविटी बढ़ाने, उन्हें अपना काम सहजता पूर्वक करने तथा उनकी पहुंच अत्यधिक लोगों तक हो सके, इस हेतुक्रिएटर इन्क्यूबेशन सेंटर की सुविधा प्रदान की जाएगी जिसमें फ्लैक्सिबल वर्कस्पेस, क्रिएटिव स्पेस, हाईस्पीड इंटरनेट, मेंटरशिप, नेटवर्किंग, लीगल एवं बिजनेस सपोर्ट के अलावा अन्य मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि अधिक से अधिक युवाइसे कैरियर के रूप में अपना सकें।

उद्योग-व्यापार के लिए वाइब्रेंट चंडीगढ़ : शहर में नए उद्योगपतियों एवं व्यवसाइयों को आकर्षित कर चंडीगढ़ में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने हेतु ‘वाइब्रेंट चंडीगढ़’ सम्मेलनका आयोजन किया जाएगा। इससे जहां एक ओर शहर में नया निवेश आएगा वहीं नए उद्योग और व्यवसायों से रोजगार भी उत्पन्नहोगा।

सभी मंजिलों पर व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति : वर्तमान में शहर के व्यावसायिक भवनों में ‘डिस्प्ले एंड सेल ऑफ गुड्स’ को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है और शहर के व्यापारीअपने भवनों में अपनी मर्जी के अनुसार व्यापार नहीं कर पा रहे क्योंकि उन्हें इसकी अनुमति नहीं है। व्यापारियों एवं व्यवसाइयों की सुविधा हेतु सभी व्यावसायिक स्थलों की सभी मंजिलों में व्यापार या व्यवसाय की अनुमति प्रदान की जाएगी।

लीज होल्ड से फ्री होल्ड : शहर के व्यापारिक, व्यावसायिक व औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इन सभी संपत्तियों के मालिकों की आवश्यकता को देखते हुए इन्हें लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने का प्रयास किया जाएगा।

बिल्डिंग बायलॉज में संशोधन एवं मिसयूज/वायलेशन की पैनल्टी कम करवाना : प्रशासन द्वारा पुराने बिल्डिंग बायलॉज को आधार मानकर शहरवासियों को मिसयूज एवं वायलेशन के नोटिस दिए जा रहे हैं तथा उनपर भारी-भरकम पेनल्टी लगाई जा रही है। वर्तमान समय की आवश्यकतानुसार बिल्डिंग बायलॉज संशोधित किए जाएंगे तथा पेनल्टी की राशि कम करवाई जाएगी।

एम.एस.एम.ई. एक्ट : चंडीगढ़ का इंडस्ट्रियल एरिया अब इंडस्ट्रीज एंड बिजनेस पार्क बन गया है। इसलिए इंडस्ट्रियल एरिया में एम.एस.एम.ई. एक्ट में वर्णित सभी व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति दिलवाई जाएगी।

बूथ/बे-शॉप पर अतिरिक्त मंजिल की अनुमति : समय के साथ व्यापारियों को पहले अलॉट किए गए बूथ वबे-शॉप छोटे पड़ने लगे हैं और ग्राहकों की आवश्यकता का सामान रखने के लिए अपर्याप्त हो चुके हैं। ऐसे में सभी बूथ और बे-शॉप पर एक और मंजिल के निर्माण का प्रावधान किया जाएगा।

जीएसटी लागू होने से पूर्व के केसों की वन टाईम सैटलमेंट सुविधा : चंडीगढ़ के अनेक व्यापारी जीएसटी लागू होने से पूर्व के ‘वैट असैसमैंट’ केसों में उलझे हुए हैं जहां कुछ सी-फार्म जमा न हो पाने के कारण भारी-भरकम राशि ‘वैट’ के रूप में जमा करवाने के लिए कहा जा रहा है। इन सभी पुराने असैसमैंट केसों से व्यापारियों को राहत देने के लिए ‘वन टाईम सैटलमेंट’ की सुविधा दी जाएगी।

रेडर्स वेल्फेयर बोर्ड : शहर के व्यापारी वर्ग की सभी नीति-निर्धारण, व्यापार को सुगम बनाने तथा व्यापारी वर्ग के कल्याण हेतु ट्रेडर वेलफेयर बोर्ड का गठन किया जाएगा।

एफ.ए.आर. में बढ़ोतरी : समय के साथ बढ़ती आबादी, औद्योगिक गतिविधियों एवं माल की ढुलाई व भंडारण हेतु समुचित स्थान उपलब्ध करवाने हेतु ट्रांसपोर्ट एरिया, इंडस्ट्रियल एरिया, व्यावसायिक तथा रिहायशी इलाकों के एफ.ए.आर. में बढ़ोतरी का प्रयास किया जाएगा।

अत्याधुनिक ट्रांसपोर्ट एरिया का प्रावधान : शहर में बढ़ रही व्यावसायिक गतिविधियों के साथ अत्याधुनिक ट्रांसपोर्ट एरिया समय की आवश्यकता है। इसके लिए सभी सुविधाओं से युक्त, भविष्य की जरूरतों की पूर्ति करने वाले नए अत्याधुनिक ट्रांसपोर्ट एरिया को विकसित करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

ग्रामीण : लाल डोरे का विस्तार और लैंड पूलिंग चंडीगढ़ के सभी गांवों में जनसंख्या में वृद्धि के साथ लाल डोरे के बाहर बड़ी संख्या में आवासीय भवनों का निर्माण हुआ है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर लाल डोरे के नाम पर इन्हें तंग किया जाता है और इन मकानों में रहने वाले लोगों के सिर पर हर समय तलवार लटकी रहती है। गांवों में बढ़ती जनसंख्या को समाहित करने हेतु लाल डोरे का विस्तार किया जाएगा एवं वहां रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके साथ-साथ लाल डोरे के बाहर के क्षेत्र को लैंड पूलिंग के माध्यम से विकसित कियाजाएगा।

गांवों में व्यावसायिक गतिविधियों की मंजूरी : हम गांवों का विकास भी शहर की भांति सुनिश्चित करना चाहते हैं। गांवों में रोजगार के अवसर बढ़ाते हुए वहां भी शहर की भांति होटल/गेस्ट हाउस जैसी व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी।

गांवों में मकानों के नक्शे पास कराने से छूट : चंडीगढ़ के सभी 23 गांवों में जो लोग पुरानी आबादी में निवास करते हैं, उन्हें मकान बनाने के लिए नक्शा पास करवाने में बहुत समस्या का सामना करना पड़ता है। इस कारण कई लोग मकान तक नहीं बनवा पाते। इन सभी गांवों की पुरानी आबादी में नक्शे पास कराने से छूट प्रदान करवाने के प्रयास किये जाएंगे।

संपत्ति : जी.पी.ए. पर बिकी संपत्ति की ट्रांसफर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों का सम्मान करते हुए जनभावनाओं के अनुरूप जी.पी.ए. पर बिकी संपत्ति को अध्यादेश अथवा प्रशासनिक प्रक्रिया के माध्यम से ट्रांसफर की अनुमति दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

कलेक्टर रेट की समीक्षा : चंडीगढ़ में कलेक्टर रेट आस-पास के प्रदेशों की तुलना में बहुत अधिक हैं। कलेक्टर रेट अधिक होने के कारण संपत्तियां आम व्यक्ति की पहुंच से बाहर हो चुकी हैं। कलेक्टर रेट की इन विसंगतियों को दूर करते हुए इसकी संपूर्ण समीक्षा की जाएगी।

सिटी ब्यूटीफुल : शहर के प्रवेशद्वारों की सजावट किसी भी शहर के प्रवेश द्वार उस शहर की सुख-समृद्धि के परिचायक होते हैं और आगंतुकों के मनपर अत्यंत गहरा प्रभाव डालते हैं। हमारे शहर के सभी प्रवेश द्वारों को हमारी संस्कृति एवं कला के आधार पर सजाया जाएगा ताकि स्वच्छ एवं सुंदर चंडीगढ़’ का प्रभाव यहां आने वाले प्रत्येक नागरिक पर हो।

स्लम-फ्री चंडीगढ़ : चंडीगढ़ को स्लम-फ्री बनाने के प्रयास भारतीय जनता पार्टी द्वारा निरंतर किए जाते रहे हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए पात्र लोगों को पक्के मकान दिलवा कर उनका जीवन स्तर सुधारा जाएगा।

डंपिंग ग्राउंड के कूड़े का निपटान : अत्याधुनिक संयंत्रों के साथ दिन-रात चल रहे प्रयासों और बायोमाइनिंग के माध्यम से कूड़े के इस ढेर का निपटान कार्य युद्धस्तर परहै। आने वाले तीन महीनों में सारे कूड़े के ढेर से शहरवासियों को मुक्ति दिलाने के साथ-साथ वहां पर हरा-भरा स्थल विकसित किया जाएगा और भविष्य में कभी शहर में ऐसा कूड़े का ढेर न बनने पाए, यह सुनिश्चित किया जाएगा।

सफाई व्यवस्था : चंडीगढ़ के जागरूक नागरिकों की सहभागिता से हमारा शहर ‘खुले में शौचमुक्त’ देश का प्रथम शहर बना। भविष्य में भी मैकेनाइज्डस्वीपिंग व अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ शहर की स्वच्छता को बरकरार रखते हुए ‘स्वच्छ चंडीगढ़’ साकार किया जाएगा।

इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटर रिंग रोड : देश के अन्य राज्यों से हमारे पड़ोसी राज्यों में जाने वाले वाहन चंडीगढ़ से होकर गुजरते हैं जिनकी वजह से सड़कों पर बढ़ते हुए ट्रैफिक और जाम की समस्या से निपटने के लिए चंडीगढ़ के चारों ओर एक ‘आउटर रिंग रोड’ का निर्माण करने का प्रयास किया जाएगा ताकि अन्य राज्यों में जाने वाला ट्रैफिक बिना शहर में प्रवेश किए बाहर-बाहर से निकल सके।

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बढ़ोतरी : चंडीगढ़ स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें क्षेत्र की मांग के अनुरूप नहीं हैं। निकट भविष्य में दुनिया के विभिन्न देशों के लिए नए रूट तय करके अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में पूरे क्षेत्र की मांग के अनुरूप बढ़ोतरी करने के प्रयास किए जाएंगे।

अत्याधुनिक साउंड प्रूफ सामुदायिक केंद्र : विगत एक दशक में चंडीगढ़ में 10 से अधिक नए अत्याधुनिक सामुदायिक केंद्रों का निर्माण किया गया है परिणामस्वरूप अब सामुदायिक केंद्रों की कुल संख्या 51 हो गई है। इन सभी नए सामुदायिक केंद्रों में वातानुकूलित एवं साउंडप्रूफ हॉल का निर्माण किया गया है ताकि आस-पास रहने वाले लोगों को विवाह व अन्य समारोहों में बजने वाले संगीत से परेशानी न हो। भविष्य में भी जिन क्षेत्रों में इनका अभाव है वहां आवश्यकतानुसार नए एवं अत्याधुनिक सामुदायिक केंद्रों का निर्माण किया जाएगा।

‘नल में जल’ – हर पल : शहरवासियों को चौबीस घंटे सातों दिन पेयजल उपलब्ध करवाने का पायलट प्रोजेक्ट मनीमाजरा में चल रहा है। हर समय ‘नल में जल’ होने से शहरवासी अनावश्यक रूप से पानी का भंडारण नहीं करेंगे और पानी की बर्बादी भी रुकेगी। शहर के प्रत्येक भाग में नहरी पानी से ही पेजयल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही शहर के भूजल स्तर को सुधारने हेतु सभी ट्यूबवेल बंद करवाए जाएंगे।

सुचारु यातायात व्यवस्था : चंडीगढ़ के विभिन्न चौराहों पर लगने वाले जाम की समस्या से निपटने के लिए छोटे फ्लाईओवर या अंडरपास का निर्माण किया जाएगा ताकि यातायात अपनी-अपनी दिशा में सुचारु व निर्बाध रूप से चलता रहे।

समुचित पार्किंग : शहर की विभिन्न रिहायशी तथा व्यावसायिक क्षेत्रों के समीप उचित स्थानों को चिन्हित कर पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। इससे जहां सड़क किनारे गाड़ियों से होने वाली दुर्घटना से बचा जा सकेगा वहीं आवागमन की सुविधा में भी सुधार होगा।

मैट्रो परियोजना : परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा आवागमन के लिए व्यक्तिगत वाहनों की होड़ कम करने के लिए मेट्रो परियोजना का शीघ्र क्रियान्वयन किया जाएगा। मेट्रो को केवल चंडीगढ़ तक सीमित न रखते हुए इसका विस्तार ‘क्वाड सिटी’ (चंडीगढ़ – पंचकूला मोहाली न्यू चंडीगढ़) के लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।

बिजली की तारें अंडरग्राउंड करवाना : चंडीगढ़ की सुंदरता में बढ़ोतरी करते हुए बिजली की तारें अंडरग्राउंड करने का पायलट प्रोजेक्ट सेक्टर 8 में पूर्णता की ओर है। शीघ्र ही इस योजना का शहर के अन्य क्षेत्रों में विस्तार किया जाएगा।

कल्चरल व कन्वेंशन सेंटर : शहर में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने, कलाकारों व रंगकर्मियों को एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं देने के लिए ‘भारतमंडपम्’ की भांति ‘कल्चरल व कन्वेंशन’ सेंटर का निर्माण किया जाएगा।

हाईकोर्ट का विस्तार और अधिवक्ताओं हेतु बस की सुविधा : समय के साथ अधिवक्ताओं के लिए जगह की बढ़ती हुई मांग और हाईकोर्ट का कार्य सुचारु एवं सुव्यवस्थित रूप चलाने हेतु आवश्यकतानुसार विस्तार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त वकीलों को चंडीगढ़ स्थित विभिन्न न्यायालयों में जाने हेतु विशेष बस सर्विस का प्रावधान किया जाएगा।

मजदूर भवन का निर्माण : चंडीगढ़ के विकास में हमारे मजदूर भाइयों का बहुत बड़ा योगदान है। उन सभी के कल्याण को समर्पित तथा पारिवारिक, धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं विवाह समारोह इत्यादि के लिए ‘मजदूर भवन’ का निर्माण किया जाएगा।

रोज़गार एवं रिक्त पदों पर प्राथमिकता से भर्तियां : चंडीगढ़ के सभी प्रशासनिक एवं नगर निगम कार्यालयों, बोर्ड, कॉरपोरेशनों और शिक्षण संस्थानों में रिक्त पदों पर प्राथमिकता से भर्तियां प्रारंभ करवाने का प्रयास किया जाएगा ताकि कर्मचारियों की कमी समाप्त हो सके और सभी शहरवासियों के कार्य समय पर हो सकें।

केंद्रीय सेवा नियम : चंडीगढ़ प्रशासन एवं नगर निगम के अधीन सभी सरकारी कार्यालयों में केंद्रीय सेवा नियमों को पूर्ण रूप से लागू किया जाएगा ताकि उन्हें केंद्रीय कर्मचारियों की भांति सभी लाभ मिल सकें।

नौकरियों में आरक्षण : युवाओं का पलायन रोकने तथा अपने शहर के निवासियों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करवाने हेतु चंडीगढ़ प्रशासन तथानगर निगम चंडीगढ़ के सभी विभागों में निविदा और नियमित आधार पर होने वाली भर्तियों में चंडीगढ़ वासियों को नीति निर्धारण कर 85 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त चंडीगढ़, पंजाब एवं हरियाणा की राजधानी होनेके नाते यहां के युवाओं को पंजाब व हरियाणा में रोजगार उपलब्ध करवाने हेतु उक्त प्रदेशों का निवासी मानते हुए नौकरी के समान अवसर दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।

आई.टी. में रोजगार : चंडीगढ़ को ‘आई.टी.’ हब के रूप में विकसित करने के लिए आई.टी. पार्क में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं अन्य कंपनियों को भी आकर्षित करने हेतु सुविधाओं में सुधार और विस्तार किया जाएगा ताकि हमारे चंडीगढ़ के अधिक से अधिक युवाओं को अपने ही शहर में रोजगार उपलब्ध करवाया जा सके।

स्ट्रीट वेंडर्स : शहर के विभिन्न भागों में काम कर रहे स्ट्रीट वेंडर्स का पुनः सर्वे करवाकर उनका पुनर्वास किया जाएगा। इसके साथ ही सभी वेंडर्स जोन में काम कर रहे वेंडर्स में एकरूपता लाने के लिए एक समान ‘कार्ट’ का प्रावधान किया जाएगा ताकि वेंडर्स जोन सुंदर दिखे, ग्राहक उनकी ओर आकर्षित हों और उनके व्यापार में वृद्धि हो।

कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना : चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम में बड़ी संख्या में ऐसे कर्मचारी हैं जो कई वर्षों से ‘ठेके/आउटसोर्स’ पर काम कर रहे हैं, उनको डी.सी. रेट दिया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा जिनकी पक्की नौकरी प्राप्त करने की आयु समाप्त हो चुकी है, ऐसे सभी कच्चे कर्मचारियों के लिए एक नीति निर्धारित कर उन्हें पक्का करने का भी प्रयास किया जाएगा।

महिला सशक्तिकरण एवं सुरक्षा : पिंक बस सर्विस : शहर की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली महिलाओं को स्कूल, कॉलेज या कार्यस्थल आने-जाने के लिए विशेष ‘पिंक बस सर्विस’ प्रारंभ की जाएगी।

महिला मोबाइल पुलिस थाना : महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराध पर अंकुश लगाने हेतु महिला मोबाइल पुलिस थाना का प्रावधान किया जाएगा।

स्टार्ट-अप्स में महिलाओं को प्रोत्साहन : विगत 10 वर्षों में केंद्र की भाजपा सरकार ने स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने का कार्य निरंतर किया है। चंडीगढ़ में भी स्टार्ट-अप्स में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु उन्हें विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा।

प्राथमिक शिक्षा : चंडीगढ़ के प्रत्येक बालक-बालिका को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत समग्र विकास हेतु अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली के माध्यम से शिक्षित किया जाएगा। विगत दस सालों में अनेक स्कूल ‘स्मार्ट स्कूल’ बनाए गए हैं। टिंकरिंग लैब स्थापित की गई हैं। भविष्य में भी वर्तमान स्कूलों को ‘स्मार्ट स्कूल’ में अपग्रेड किया जाएगा तथा आवश्यकतानुसार नए स्मार्ट स्कूलों का निर्माण किया जाएगा।

ग्यारहवीं में प्रवेश : चंडीगढ़ के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों से दसवीं पास करने वाले चंडीगढ़ के सभी छात्र छात्राओं का यहां के स्कूलों में ग्यारहवीं में प्रवेश सुनिश्चित किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी प्रत्येक विद्यार्थी को शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि आवश्यकता हुई तो इसके लिए स्कूलों में ‘डबल शिफ्ट’ प्रारंभ की जाएगी।

उच्च शिक्षा : शहर में विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या और उच्च शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को बरकरार रखते हुए हमारे युवाओं के सर्वांगीण विकास हेतु उच्च शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी। शहर के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में चंडीगढ़ के छात्रों के अधिकतम प्रवेश हेतु आरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा। आवश्यकतानुसार नए शिक्षण संस्थानों का निर्माण किया जाएगा।

नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालॉजी : शहर के विद्यार्थियों को उच्च तकनीकी शिक्षा उपलब्ध करवाने तथा तकनीक के क्षेत्र में उन्नत रोजगार हेतु सी.सी.ई.टी. का अपग्रेडेशन करते हुए इसे एन.आई.टी. बनाने का प्रयास किया जाएगा।

पर्यटन-मित्र शहर : विगत एक दशक में चंडीगढ़ को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करते हुए प्लाजा, सेक्टर 17, रोज गार्डन अंडरपास में विभिन्न सांस्कृतिक एवं कला-संबंधी गतिविधियां प्रारंभ की गई हैं। एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर, जंगल-वॉक, बर्ड-पार्क से भी पर्यटन में बढ़ोतरी हुई है। भविष्य में भी इसी प्रकार शहर को ‘टूरिस्ट फ्रेंडली’ बनाया जाएगा तथा पर्यटन से रोजगार भी उत्पन्न किया जाएगा।

आर्किटेक्चरल टूरिज्म : चंडीगढ़ दुनिया भर में ऑर्किटेक्चर का अद्भुत उदाहरण है। दुनिया भर से ऑर्किटेक्चर के विद्यार्थी चंडीगढ़ शहर को जानने व देखने के लिए आते हैं जिसे प्रोत्साहित कर शहर में ऑर्किटेक्चरल टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा।

गोल्फ द्वारा पर्यटन को बढ़ावा : चंडीगढ़ की गोल्फ रेंज देश की प्रमुख गोल्फ रेंज में शामिल है। शहर में गोल्फ के नेशनल इवेंट और बच्चों का गोल्फ के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा कर विशेष इवेंट्स आयोजित कर इसके माध्यम से शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे।

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर हेतु सीधी रेल सुविधा : भारतीय जनमानस के कण-कण में विराजमान रहने वाले प्रभु श्री राम के जन्मस्थान के दर्शन हेतु चंडीगढ़ से अयोध्या धाम तक सीधी रेल सुविधा चंडीगढ़ वासियों के लिए उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे।

स्वास्थ्य : स्वास्थ्य सुविधाएं चंडीगढ़ के नागरिकों को अपने घरों के समीप स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु छोटे नर्सिंग होम खोलने की अनुमति प्रदान की जाएगी। आपातकाल में रोगी को तुरंत उपचार उपलब्ध करवाने हेतु सभी सरकारी अस्पतालों में ‘एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस (ए.एल.एस)’ सेवा प्रारंभ की जाएगी तथा सभी डिस्पेंसरियों में ‘पैथोलॉजी लैब’ सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। शहर की डिस्पेंसरियों को ‘पीपीपी मोड’ पर रात्रि 8 बजे तक खोलने का प्रावधान किया जाएगा तथा उनमें प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति से उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी।

पीजीआई और जीएमसीएच में फ्री शटल बस-सर्विस में बढ़ोतरी : चंडीगढ़ स्थित चिकित्सा संस्थान पीजीआई और जीएमसीएच में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग अपने इलाज हेतु पहुंचते हैं। दोनों परिसर बड़े होने के कारण इन अस्पतालों के अंदर एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए लोग अपने वाहन का प्रयोग करते हैं और यहां-वहां उन्हें खड़ा कर देते हैं। पीजीआई और जीएमसीएच के अंदर व्यक्तिगत वाहनों का प्रयोग कम करने के लिए परिसर के भीतर चल रही फ्री-शटल बस सर्विस में बढ़ोतरी की जाएगी।

रोगी कल्याण समिति : शहर के ऐसे रोगियों, जिनके पास आय के संसाधन कम हों और चिकित्सा का खर्च वहन करने में असमर्थ हों, उनके लिए रोगी कल्याण समिति की निधि का उपयोग कर उन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

प्रशासनिक : फाइलों/परियोजनाओं का शीघ्र निपटान चंडीगढ़ की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां की अधिकतर परियोजनाएं वर्षों तक फाइलों में लटकी रहती हैं जिस कारण समय पर निर्णय नहीं हो पाते। हमारे सांसद द्वारा हर तीसरे महीने दिल्ली और चंडीगढ़ के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी फाइलों और परियोजनाओं पर समयबद्ध निर्णय किए जायेंगे। ओ.बी.सी. आरक्षण लागू करना केंद्र सरकार द्वारा ओ.बी.सी को प्रदत्त आरक्षण चंडीगढ़ के सभी शिक्षण संस्थानों (पंजाब विश्वविद्यालय सहित), प्रशासनिक एवं नगर निगम के कार्यालयों में लागू करवाने का प्रयास किया जाएगा

पुलिस कर्मचारियों के परिजनों का कैशलैस उपचार : चंडीगढ़ पुलिस के सभी कर्मचारियों के परिजनों को उपचार हेतु मैडिकल कैशलैस सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। सांसद संवाद प्रत्येक तीन माह में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में भाजपा सांसद, प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों सहित चंडीगढ़ वासियों से सीधे संवाद हेतु बैठकें आयोजित की जाएंगी।

पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा एवं परिवहन सुविधा : चंडीगढ़ के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग की बसों में पूरे भारतवर्ष में निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी दी जाएगी।

रंगकर्मी कल्याण समिति : चंडीगढ़ के विभिन्न सांस्कृतिक रंगकर्मियों, शिल्पकारों व अन्य कलाकारों की गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा उनके कल्याण हेतु विभिन्न योजनाओं का लाभ देने हेतु रंगकर्मी कल्याण समिति का गठन किया जाएगा।

वृद्धावस्था, दिव्यांग एवं विधवा पेंशन में बढ़ोतरी : चंडीगढ़ में रहने वाले सभी हमारे आदरणीय बुजुर्गों, दिव्यांगों एवं विधवाओं को मिलने वाली वर्तमान पेंशन में बढ़ोतरी की जाएगी ताकि वे आराम से अपना गुजर-बसर कर सकें।

पंजाबी भाषा : चंडीगढ़ के गांवों और शहरों में रहने वाले सभी बंधुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए भारतीय संविधान के अनुरूप चंडीगढ़ के सरकारी कामकाज में पंजाबी भाषा को उचित सम्मान दिया जाएगा।

TAGS: No tags found

Video Ad

Ads


Top