एस0बी0आई0 आरसेटी ने ग्रामीणों को दिया 10 दिवसीय प्रशिक्षण
मण्डूवा कण्डाली सहित स्थानीय उत्पाद से तैयार करना सिखाया अचार पापड़ लडडू चाय
जखोली। भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आरसेटी रुद्रप्रयाग द्वारा विकास खण्ड जखोली मे 31 महिलाओं को 10 दिवसीय अचार पापड मसाला पाउडर बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ 24 अगस्त से हुआ था जिसका समापन 02 सितंबर को हो गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक किशन सिंह रावत द्वारा बताया गया कि एस0बी0आई आरसेटी ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है, साथ ही उन्होनें प्रशिक्षण ले रही महिलाओं को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध स्वरोजगार की जानकारी देते हुए बैकिंग से जूड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं की भी जानकारियाँ दी।
उन्होनें कहा कि यात्रा मार्गों तथा चार-धाम में आने वाले श्रद्धालु भी हमें बहुत बड़ा बाजार उपलब्ध करा सकते है। प्रशिक्षण के दौरान लीड बैंक अधिकारी चतर सिंह द्वारा डिजिटल बैकिंग तथा बैंक धोकाधड़ी से रोकथाम के विषय में जानकारी दी गयी। वहीं आरसेटी के डोमेन स्कील ट्रेनर रेनु नेगी रहीं जिन्होनें महिलाओं को विभिन्न प्रकार के अचार जैसे स्थानीय लहसून, नींबू, हरी मिर्च आदि के साथ ही मडूवा लड्डू सूजी पापड, कण्डाली पापड, मण्डूवा पापड मण्डूवा चाय ,तैयार करना सिखाया। आरसेटी के प्रशिक्षक वीरेन्द्र सिंह बर्त्वाल द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को समय प्रबन्धन, मार्केट सर्वे, जोखिम प्रबन्धन सहित, उद्यमिता विकास, स्वरोजगार चयन तथा पर्यटन के साथ जूड़ी जानकारी दी, साथ ही कहा कि वर्तमान समय में जैविक उत्पादों का मार्केट लगातार बढता जा रहा है और उसमें हमारे पहाड़ी उत्पादों की मांग भी बढ़ती जा रही है। उन्होनें ग्रामीण महिलाओं को उनके द्वारा तैयार उत्पादों तथा ग्रामीण स्तर पर होने वाले उत्पादों का मूल्य संवर्धन कैसे किया जा सकता है, के विषय में जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान जनप्रतिनिधि ब्लॉक प्रमुख प्रदीप प्रसाद थपलियाल तथा विधायक प्रतिनिधि भूपेन्द्र भण्डारी ने भी प्रशिक्षण में सम्मिलित होकर महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया तथा भविष्य में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस समय अवधि के दौरान सा0खण्ड विकास अधिकारी सुरेश शाह, लीड बैंक के वित्तीय समनव्यक विनोद कुमार गुप्ता उपासक से नंदकिशोर थपलियाल, आर0बी0आई0 सेंटर से योगेश गौड़,विपिन रतूड़ी, डी0टी0 प्रभात सचान ने भी अपने सम्बन्धित विभागीय जानकारियां दी।
समापन के अवसर पर आरसेटी निदेशक ने सफल प्रशिक्षण के लिए सभी को शुभकामनाऐं प्रेषित करते हुए कहा कि हमें अच्छी गुणवता वाले उत्पाद तैयार करने की जरूरत है, खासकर पहाड़ी क्षेत्र की मातृशक्ति को अपनी आजीविका को सुदृढ़ बनाने के लिए व्यवस्थित कार्ययोजना के साथ कार्य करने को कहा तथा प्रशिक्षण में भाग लेने वाली महिलओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। समापन अवसर पर बीएमएम मुकेश राणा, डीपीओ शिवानंद उनियाल तथा आजीविका समन्वयक प्रदीप कठैत ने ब्लॉक स्तर से महिलाओं को कार्य शुरू करने तथा उसके बाद मार्केट उपलब्ध कराने हेतु हर सम्भव मद्द दिलाने की बात कही। प्रशिक्षण के प्रति महिलाओं में काफी उत्साह के साथ ही आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिली। प्रशिक्षण ले रहीं महिलाओं ने कहा कि इस प्रकार का प्रशिक्षण गांव में पहली बार हुआ जिसमें महिलाओं ने बढ़चढकर भाग लिया तथा अपना अमूल्य समय निकालकर, रूचि के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया और कहा कि भविष्य में इस प्रशिक्षण का लाभ उठाकर वह खुद के स्वरोजगार के क्षेत्र में काम करेंगी। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस पर प्रशिक्षण के मूल्यांकन हेतु राष्ट्रीय आरसेटी श्रेष्ठता केंद्र द्वारा भेजी गयी टीम द्वारा प्रशिक्षण मुल्यांकन किया गया जिसमें लिखित तथा मौखिक परीक्षा का भी आयोजन किया जिसमें सभी प्रशिक्षु उत्तीर्ण हुए। समापन के अवसर पर आरसेटी के प्रशिक्षक वीरेन्द्र बर्त्वाल, जखोली ब्लॉक के बीएमएम मुकेश राणा, रीप परियोजना के समन्व्यक प्रदीप कठैत , आरसेटी से संदीप पाण्डे सहित प्रशिक्षण ले रही संतोषी देवी, शमा देवी, संगीता देवी, गुड्डी देवी, सुमन, उषा, सुभद्रा देवी, दीपिका, गुड्डी ,चंद्रिका, रेखा देवी आदि उपस्थित रहे।