मां भगवती की विधि-विधान से हुई प्राण-प्रतिष्ठा, निकाली गई कलश यात्रा
चंबा : टिहरी जनपद के चंबा ब्लॉक में बमुंड पट्टी की ग्राम सभा बागी के सुंदरखाली में भगवती माता मंदिर में मा भगवती की नई मूर्ति की विधि-विधान से प्राण-प्रतिष्ठा की गई। मन्दिर का जीर्णोद्धार एवं धर्मशाला का निर्माण ग्राम सभा बागी के निवासियो एवं ग्रामसभा से बाहर रह रहे प्रवासियों के द्वारा किया गया । जो कि यह मन्दिर लगभग 90 साल पुराना बना हुआ था। मूर्ति स्थापना से पहले गांव की अनेक महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सजकर भगवती मन्दिर मां के जयकारे के साथ भव्य कलशयात्रा निकाली । यह कार्यक्रम 19 फरवरी से 21 फरवरी तक विधिवत पूजन, यज्ञ और प्राण प्रतिष्ठा तथा भंडारे के साथ समापन हुआ।
इस कार्यक्रम के दौरान मंडाण, भंडारा व लंगर की व्यवस्था भी लगातार तीन दिनों तक चलती रही। मां भगवती, श्री हनुमान , श्री गणेश भगवान, श्री भैरव भगवान एवं सिंदूरी हनुमान जी की मूर्तियों में प्राण प्रतिष्ठा की गई। दिव्य / भव्य मूर्तियां हरिद्वार से बागी गांव तक एवं बागी गांव से सुंदरखाली मंदिर तक डोलियों के माध्यम से कलश यात्रा के साथ नगर भ्रमण के द्वारा पहुंचाई गई। इस कार्यक्रम में लगभग 1500 से 1600 के करीब ग्रामीण उपस्थित रहे। निर्माण समिति के अध्यक्ष महादेव प्रसाद बिजल्वाण ने गांव की सभी बेटियों व कन्याओं को माता रानी के चरणों की भेंट स्वरूप दक्षिण देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर बागी गांव विकास समिति चंडीगढ़ के समस्त पदाधिकारी एवं प्रवासी, बागी गांव विकास समिति देहरादून के समस्त सदस्य एवं प्रवासी, लुधियाना , दिल्ली, अमृतसर, मुंबई, सोनीपत, हिसार, मोहाली , पंचकूला एवं पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के तथा भारतवर्ष के विभिन्न शहरों में रह रहे ग्राम वासी सपरिवार मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थित हुए।
मां भगवती मंदिर निर्माण समिति बागी,अध्यक्ष महादेव प्रसाद बिजल्वाण एवं मंदिर निर्माण समिति के जगदंबा प्रसाद बिजल्वाण, प्यारेलाल बिजल्वाण, महादेव प्रसाद बिजल्वाण, सीताराम सेमवाल, सुरेंद्र प्रसाद बिजल्वाण गोविंद राम बिजल्वाण, राम कृष्ण बिजल्वाण, चिंतामणि सेमवाल, प्रदीप सेमवाल, विजय सिंह केमवाल, वीरेंद्र सिंह केमवाल, चिंतामणि बिजल्वाण, अरविंद बिजल्वाण, लोकमणी बिजल्वाण एवं आसाराम बिजल्वाण व अन्य सदस्यों ने इस आयोजन में पधारे सभी मेहमानों और मंदिर एवं धर्मशाला निर्माण कार्य में जुटे सभी कारीगरों, सहायकों, मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह हेतु पधारे सभी ब्राह्मण देवताओं एवं व्यवस्था में कार्यरत सभी सज्जनों तथा इस आयोजन में पधारे सभी भक्तजनों का धन्यवाद एवं आभार किया ।