महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का द्वितीय जन्म शताब्दी समारोह 5 फरवरी से : शोभा यात्रा होगी 7 फरवरी को
आर्य समाज सैक्टर 7-बी, चंडीगढ़ में होगा कार्यक्रम
चण्डीगढ़ : केन्द्रीय आर्य सभा के तत्वाधान में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का द्वितीय जन्म शताब्दी समारोह एवं आर्य समाज स्थापना के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 5 से 9 फरवरी तक चण्डीगढ़, पंचकूला, मोहाली की सभी आर्य समाजों एवं आर्य शिक्षण संस्थाओं के सम्मिलित प्रयास से आर्य समाज सैक्टर 7-बी, चण्डीगढ़ में मनाया जाएगा। शोभा यात्रा शुक्रवार 7 फरवरी को होगी।
मुख्य समारोह रविवार 9 को होगा। केन्द्रीय आर्य सभा के प्रधान रविंद्र तलवाड़ ने डॉ. विनोद कुमार शर्मा,योगराज चौधरी, प्रकाश चन्द्र शर्मा, डॉ. वीबीटी मलिक, सुरेश कुमार, योगेश मोहन पंकज की उपस्थिति में निमंत्रण पत्र को विधिवत जारी किया गया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के युगपुरुष थे। वे उच्च कोटि के विद्वान, महान विचारक, परम राष्ट्रभक्त, सांस्कृतिक क्रांतिकारी, समाज सुधारक और भारतीयता के प्रबल समर्थक थे। वेदों की पुनर्स्थापना के लिए उन्होंने अपना जीवन लगा दिया। सामाजिक एवं साम्प्रदायिक कुरीतियों, छुआछूत, अंधविश्वासों के विरुद्ध उन्होंने कठोर संघर्ष किया। दलित वर्ग, नारी शोषण और जाति-पाति के भेदभाव व पाखंडों के विरोध में उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने ऐसे महान युगपुरुष का जन्मोत्सव 5 से 9 फरवरी 2025 तक इस अवसर पर आप सपरिवार बंधु-बांधवों तथा इष्ट मित्रों सहित सादर आमंत्रित किया। मीडिया सलाहकार डॉ विनोद शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि प्रातः कालीन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक यज्ञ, भक्तिमय भजन एवं प्रवचन होंगे। यज्ञ ब्रह्मा, आचार्य अंकित प्रभाकर और यज्ञ संयोजक आचार्य अमितेश कुमार पुरोहित होंगे। पं. भूपेन्द्र सिंह आर्य भजनोपदेशक भक्तिमय भजन प्रस्तुत करेंगे। प्रतिदिन सपत्नीक चार यजमान रहेंगे। यज्ञमान बनने के इच्छुक आर्य समाज, सैक्टर 7-बी, चण्डीगढ़ से सम्पर्क करें। सह मंत्री प्रकाश चंद्र ने बताया कि सायं कालीन कार्यक्रम 5 से 8 फरवरी तक और भक्तिमय भजन 5:15 से 6:15 पं. भूपेन्द्र सिंह आर्य और 6:15 से 7:00 आचार्य अंकित प्रभाकर द्वारा प्रवचन दिया जायेगा। शोभायात्रा को केंद्रीय आर्य सभा के प्रधान रवींद्र तलवाड़ जी केसरी झंडी दिखाकर अग्रसर करेंगे। मुख्य उत्सव 9 फरवरी को होगा। इस मौके पर आचार्य अंकित प्रभाकर बिजनौर, उत्तर प्रदेश और उपदेशिका आचार्या प्रगति भारती बिजनौर, उत्तर प्रदेश के प्रवचन होंगे और भजन गायक पं. भूपेन्द्र सिंह आर्य -भरतपुर, राजस्थान मधुर भजन पेश करेंगे।