निहारिका सिंघानिया ने बेल्जियम में जीता अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी स्वर्ण पदक
निहारिका सिंघानिया ने प्रतिष्ठित अज़ेलहॉफ CSI लियर घुड़सवारी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता
चंडीगढ़ : युवा भारतीय छात्रा निहारिका सिंघानिया ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए हाल ही में बेल्जियम में आयोजित प्रतिष्ठित अज़ेलहॉफ CSI लियर घुड़सवारी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया और देश का नाम रोशन किया।
उद्योगपति और रेमंड के सीएमडी गौतम सिंघानिया की सबसे बड़ी पुत्री निहारिका ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगियों के बीच मुकाबला करते हुए असाधारण कौशल और आत्मसंयम का परिचय देते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। विजेता की घोषणा के दौरान समारोह में भारतीय राष्ट्रीय गान बजाया गया, जिसने वैश्विक मंच पर देश के लिए गर्व का एक यादगार क्षण बनाया।
गौतम सिंघानिया ने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि को लेकर इंस्टाग्राम और X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट साझा किया।
निहारिका की उपलब्धि दृढ़ता, अनुशासन और कड़ी मेहनत के मूल्यों का प्रमाण है – K-12 शिक्षा प्रणाली में अक्सर इन सिद्धांतों पर जोर दिया जाता है। निहारिका की यह जीत केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारत के सभी छात्रों के लिए एक प्रेरणा भी है। यह सिद्ध करता है कि अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ विविध प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहित करना कितना महत्वपूर्ण है। यह सफलता कड़ी मेहनत, समर्पण और अनुशासन के महत्व को दर्शाती है, जो किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक हैं।
इस उपलब्धि ने न केवल भारत के युवा खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ती क्षमताओं को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि सही मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और दृढ़ संकल्प के साथ छात्र पारंपरिक शैक्षिक सीमाओं से परे जाकर वैश्विक स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।