पंजाब पुलिस पारदर्शी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए पूरी तरह तैयार: डी. जी. पी. गौरव यादव
डीजीपी पंजाब ने सीनियर पुलिस अधिकारियों को मतदान से पहले राज्य में सुरक्षा प्रबंधों का लिया जायज़ा
चंडीगढ़ : भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआइ) द्वारा 2024 के आम मतदान के लिए तरीखों का ऐलान करने से एक दिन बाद, पुलिस डायरैक्टर जनरल (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने रविवार को कहा कि पंजाब पुलिस सरहदी राज्य में पारदर्शी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के अमल को यकीनी बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। दरअसल, डीजीपी पंजाब, स्पैशल डीजीपी लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला के साथ हैडक्वाटर से सभी सीनियर पुलिस अधिकारियों, रेंज एडीजीएसपी/ आईजीएसपी/ डीआईजीज़ और सीपीज़/ एसएसपीज़ के साथ आम मतदान से पहले राज्य में सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा लेने सम्बन्धी बातचीत कर रहे थे।
जि़क्रयोग्य है कि मतदान की तरीखों के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। पंजाब में आम मतदान के लिए वोटों के आखिरी पड़ाव में 1 जून को वोटें पड़ेंगी। डीजीपी गौरव यादव ने समूह अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता की हर पक्ष से सख़्ती के साथ पालना करने और आज़ाद और निष्पक्ष मतदान करवाने के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग की सभी हिदायतों और दिशा-निर्देशों की यथावत पालना करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भगौड़ों ( पी. ओ.) और पैरोल जम्परज़ को गिरफ़्तार करने और ग़ैर- ज़मानती वारंटों ( एन. बी. डब्ल्यू.) को लागू करने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसऐसपीज़ और सीपीज़ को नाजायज शराब, नशीले पदार्थों और सायकोट्रोपिक पदार्थों की बिक्री में शामिल लोगों की चौकसी के साथ निगरानी करने के लिए भी कहा गया है।
डीजीपी ने सीपीज़/ ऐसऐसपीज़ को चुनाव आयोग के नियमों की पालना करते हुये लोगों से लाईसेंसी हथियार जमा करवाए जाने को यकीनी बनाने के भी निर्देश दिए।
अन्य विवरण सांझे करते हुये स्पैशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि राज्य भर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और फील्ड अफसरों को पुलिस बल का आडिट करने के लिए कहा गया है और मतदान के दौरान 75 फीसद पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी सीपीज़/ एसएसपीज़ को पहले ही समाज विरोधी तत्वों पर नजऱ रखने और आम लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि अपराधियों, बुटलेगरों और नशा तस्करों के यातायात को रोकने के लिए अंतरराज्यीय सरहदों पर चैकिंग बढ़ा दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के संवेदनशील जिलों में केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बल (सीएपीऐफ) की 25 कंपनियाँ तैनात की गई हैं जिससे आम लोगों में विश्वास पैदा करने के साथ-साथ राज्य के संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों में सुखद माहौल बनाया जा सके। 25 कंपनियों में सैंट्रल रिज़र्व पुलिस फोर्स (सीआरपीऐफ) की पाँच, सीमा सुरक्षा बल ( बीएसएफ) की 15 और इंडो- तिब्बत बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) की पाँच कंपनियाँ शामिल हैं। स्पैशल डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस अफसरों को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देश भी भेज दिए गए हैं।