महाशिवपुराण की कथा अमृत के समान है : आचार्य देशमुख
जूना अखाड़ा के महंत संपूर्णानंद जी महाराज भी कथा सुनने के लिए खास तौर पर पधारे
कथा से पहले 12 ज्योतिर्लिंगों की विधि-विधान से सुबह पूजा की गई।
चण्डीगढ़ : ऐसा कोई भी व्यक्ति संसार में नहीं है जिसने अमृत पिया हो लेकिन अगर भागवत व महाशिवपुराण की कथा को सुना जाए तो वह अमृत के समान है। ये बात ओम महादेव कांवड़ सेवा दल, चण्डीगढ़ द्वारा सेक्टर 45 मंडी ग्राउंड में करवाई जा रही महाशिवपुराण कथा में प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य देशमुख वशिष्ठ ने कही। उन्होंने अपनी मीठी वाणी से सहज तरीके से श्रद्धालुओं को कथा सुनते हुए कहा कि जो व्यक्ति कथा सुनता है और दुख व सुख में भगवान की शरण में रहता है तो उसका तो कल्याण होता ही है, इसके साथ-साथ उसके पूरे परिवार का भी कल्याण होता है।
कथा को मौन रहकर शांत मन से श्रवण करना चाहिए। जिस व्यक्ति मन को इधर-उधर भटकता है, उसे कथा का लाभ नहीं मिलता। कथा सुनने से अनजाने में किए गए पाप भी कट जाते हैं। आज की कथा को सुनने के लिए खास तौर पर जूना अखाड़ा के महंत संपूर्णानंद जी महाराज व बीजेपी हरियाणा युवा मोर्चा के अध्यक्ष जोगिंदर शर्मा भी पधारे व उन्होंने कथा को बड़े भाव से श्रवण किया। कथा से पहले 12 ज्योतिर्लिंगों की विधि विधान से सुबह पूजा की गई।