दो दिवसीय एसडीएमयूएन 2025 संपन्न, पांच प्रमुख समितियों के बेस्ट डेलीगेट पुरस्कृत
डॉ. अजय शर्मा ने समग्र छात्र विकास को बढ़ावा देने में एसडीएमयूएन जैसे मंचों के महत्व पर दिया जोर
चंडीगढ़। इंटरनेशनल एसडी मॉडल यूनाइटेड नेशंस (एसडीएमयूएन) 2025 का 12 वां संस्करण जीजीडीएसडी कॉलेज, सेक्टर-32 में यादगार समापन समारोह के साथ संपन्न हुआ। समापन समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि पंजाब यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान के एमेरिटस प्रोफेसर व पूर्व डीयूआई प्रोफेसर भूपिंदर सिंह बराड़ के स्वागत से हुई। जीजीडीएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा, डॉ. मोनिका सोनी और डॉ. रूपिंदर औलख ने पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। अपने संबोधन में प्रो. बराड़ ने प्रतिभागियों और आयोजकों दोनों के उत्साह और प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि एसडीएमयूएन जैसे कार्यक्रम भविष्य के राजनेताओं और चेंज मेकर्स के लिए प्रशिक्षण का मैदान हैं। कार्यक्रम में उन्होंने जो ऊर्जा, प्रतिबद्धता और गहन चर्चा देखी है, वह न केवल सराहनीय है, बल्कि वैश्विक शासन और नागरिक समाज के भविष्य के लिए भी अत्यंत आश्वस्त करने वाली है। डॉ. अजय शर्मा ने भी सभा को संबोधित करते हुए समग्र छात्र विकास को बढ़ावा देने में एसडीएमयूएन जैसे मंचों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एसडीएमयूएन संवाद, विचार-विमर्श और कूटनीति का एक आदर्श मंच बन गया है। डॉ. शर्मा ने कहा कि यह देखकर बहुत खुशी होती है कि हमारे छात्र इतनी शालीनता, बुद्धिमत्ता और आत्मविश्वास के साथ चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ये अनुभव उनकी नागरिक चेतना और नेतृत्व क्षमता को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होंगे।
डॉ. शर्मा और प्रो. बराड़ ने वूमेन लीडर्स डॉ. मोनिका सोनी और डॉ. रूपिंदर औलख के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनके सहयोग ने एसडीएमयूएन 2025 के सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कॉलेज के प्रिंसिपल और मुख्य अतिथि द्वारा दोनों को सम्मानित भी किया गया। पांच प्रमुख समितियों के बेस्ट डेलीगेट और हाई कमेंडेशन पुरस्कार विजेताओं को पचास हजार की नकद राशि प्रदान की गई। पुरस्कार मुख्य अतिथि प्रो. बराड़ और प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा द्वारा डॉ. सोनी और डॉ. औलख की उपस्थिति में प्रदान किए गए।
समारोह के माहौल को और भी बेहतर बनाने के लिए छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं। इनमें विभिन्न वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुत की गई भावपूर्ण फ्यूजन कव्वाली और एक शक्तिशाली और ऊर्जावान लोक नृत्य भांगड़ा शामिल थे। डॉ. सोनी ने मुख्य अतिथि, कॉलेज प्रशासन, छात्र आयोजकों, फैकल्टी मेंटर्स, प्रतिभागियों और प्रायोजकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने इस आयोजन के लिए महीनों तक की गई कड़ी मेहनत और समन्वय की सराहना की तथा सूचित संवाद, वैश्विक जागरूकता और छात्र नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए एसडीएमयूएन क्लब की प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की। एसडीएमयूएन 2025 उपलब्धि और सौहार्द की भावना के साथ संपन्न हुआ, जो न केवल एक सम्मेलन का अंत था, बल्कि कई युवा प्रतिनिधियों के लिए एक यात्रा की शुरुआत भी थी ।