बसंती माहौल में साहित्य संगम द्वारा साहित्यिक शाम आयोजन
चण्डीगढ़ : संगीत, साहित्य, सूक्ष्म कला और मनोरंजन भरपूर एक साहित्यिक शाम, साहित्य संगम, ट्राइसिटी द्वारा आयोजित की गई जिसमें हिंदी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेजी के कलमकारों ने अपनी रचनाओं द्वारा महफिल को स्मरणीय बना दिया। मधुर बांसुरी की धुन, सिनेमा-संसार के अनुभव, गीत-गजल और कविताओं के प्रवाह ने वातावरण को रोचकता प्रदान की।
साहित्य संगम के संस्थापक प्रो. फूलचंद मानव व सचिव योगेश्वर कौर के साथ-साथ प्रेम नरूला, डॉ. मनजीत सिंह बल्ल, नवीन नीर, रमेश कुमार, सुरेंद्र सिंगला, महेंद्र सिंह राठौड़, डायमंड शर्मा और राहुल नारंग को एक के बाद एक मंच पर बुलाकर श्रोताओं के सामने प्रस्तुत किया। नवीन नीर की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में डॉ. बल्ल के बांसुरी वादन के बाद प्रो. प्रेमसिंह नरूला ने सिने-संसार के बम्बई ( मुंबई ) प्रवास के अनुभवों को प्रस्तुत करते हुए निर्माता-निर्देशक की भूमिकाओं को स्पष्ट किया व अपनी अंग्रेजी में लिखी प्रथम पुस्तक की चर्चा भी उन्होंने फिल्मी संदर्भ में साँझा की।
प्रो. योगेश्वर कौर, सुरेंद्र सिगला, रमेश कुमार सहित उपस्थित कवियों ने रचना पाठ किया। डायमंड शर्मा, महेंद्र सिंह राठौड़, नवीन नीर ने अपने अपने कलम क्षेत्र की बानगी प्रस्तुत की। फूलचंद मानव ने भाषा विभाग, पंजाब के सहयोग से मार्च माह में एक बड़े आयोजन की रूपरेखा सबके सामने रखी।