मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 11 खिलाड़ियों को पी. सी. एस. और पी. पी. एस. की नौकरियाँ दीं
राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करने वाले 100 प्रतिशत खिलाड़ियों को नौकरियाँ देने के लिए वचनबद्ध
चंडीगढ़ : नये युग की शुरुआत करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज उन 11 खिलाड़ियों को पी. सी. एस. और पी. पी. एस. के पदों के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे, जिन्होंने 40 सालों बाद हॉकी के क्षेत्र में देश के लिए कांस्य पदक जीता और क्रिकेट और शॉट पुट्ट के क्षेत्र में नाम कमाया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक मौका है, जिस कारण उन्होंने यह समागम करवा कर अपनी सरकारी रिहायश में नये बने आडीटोरियम का उद्घाटन करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद पहले लोग हॉकी की खेल प्रति उदासीन थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब राज्य सरकार ने देश और राज्य में इस खेल की पुरानी शान बहाल कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हॉकी के 9, क्रिकेट के एक और शॉट पुट्ट के एक खिलाड़ी समेत 11 खिलाड़ियों को पी. सी. एस. और पी. पी. एस. की भर्ती के लिए नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिन खिलाड़ियों को पी. पी. एस. नियुक्त किया गया है, उनमें हरमनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, वरुण कुमार, शमशेर सिंह और दिलप्रीत सिंह (हॉकी से) और हरमनप्रीत कौर (क्रिकेट) और तेजिन्दर तूर ( शॉट पुट्ट) शामिल हैं। भगवंत सिंह मान ने बताया कि चार हॉकी खिलाड़ियों रुपिन्दरपाल सिंह, सिमरनजीत सिंह, हार्दिक सिंह और गुरजंट सिंह को पी. सी. एस. नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रवास को उल्टा दौर आने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है क्योंकि विदेशों में बसे नौजवान पंजाब में सरकारी नौकरियाँ प्राप्त करने के लिए वापस आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की पहलकदमी से खेल के क्षेत्र में भी यही ‘उल्टा रुझान’ शुरू हो जायेगा क्योंकि दूसरे राज्यों के खिलाड़ी पंजाब सरकार का हिस्सा बनने के लिए तैयार होंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब हर क्षेत्र में देश भर में अग्रणी राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को न सिर्फ़ देश का अन्नदाता होने का मान हासिल है, बल्कि यह देश में प्रसिद्ध खिलाड़ी भी पैदा करता है। उन्होंने कहा कि समय- समय पर राज्य के खिलाड़ियों ने अलग- अलग मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन कर कर देश का नाम रौशन किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बड़े मान और संतोष की बात है कि पंजाब देश के लिए धान की फ़सल पैदा करता है, जिसमें से 99 प्रतिशत हिस्सा दूसरे राज्यों को बेचा जा रहा है क्योंकि हम इसकी खपत नहीं करते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब, देश की खड़ग भुजा रहा है क्योंकि देश की सरहदों की रक्षा पंजाब के शूरवीर पुत्रों द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए मान की बात है कि पंजाबियों ने राष्ट्रीय आज़ादी संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज़ादी संग्रामियों ने हमेशा हमें देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता को कायम रखने के लिए अथाह बलिदान करने के लिए प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि पहले वाले मुख्यमंत्रियों को न तो राज्य और न ही इसके लोगों की चिंता थी। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने राज्य की दौलत को बेरहमी के साथ लूटा और लोगों का जीवन तबाह कर दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह लोग खेल और खिलाड़ियों के प्रति उदासीन रवैया रखते थे।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि जिस तरह महान शहीदों को भारत रत्न पुरुस्कार देने से इस पुरुस्कार का मान बढ़ता है, उसी तरह राज्य सरकार खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि महान शहीद सचमुच इस पुरुस्कार के हकदार हैं क्योंकि उन्होंने देश को विदेशी चंगुल से मुक्त करवाने के लिए महान बलिदान दिये थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि नामवर खिलाड़ियों को यह नौकरियाँ देने से इन नौकरियों की प्रतिष्ठता बढ़ती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेल और नशा विरोधी मुहिम को आपस में जोड़ेगी, जिसके लिए अगले वित्तीय वर्ष से बड़ा बजट रखा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह अच्छी जानते हैं कि ‘ खाली दिमाग़ शैतान का घर होता है’, इसलिए नौजवानों को नौकरियाँ देने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है जिससे वह काम में व्यस्त रहने। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस में हर साल 2100 पदों की रेगुलर भर्ती के लिए इश्तिहार दिया जाता है, जिससे नौजवान सख़्त मेहनत करने और पुलिस में अफ़सर बनने के लिए प्रेरित होते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में बढ़िया प्रदर्शन करने वाले सभी 100 प्रतिशत खिलाड़ियों को नौकरियाँ देने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि नशों के विरुद्ध राज्य सरकार की मुहिम में खेल सभ्याचार को उत्साहित करना सबसे प्रभावशाली साधन हो सकता है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि इससे राज्य में से नशों की बुराई को ख़त्म किया जायेगा और नौजवानों को राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में बराबर का हिस्सेदार बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को विश्व स्तरीय सहूलतों देकर राज्य में खेल सभ्याचार को प्रफुल्लित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय ग्राउंड और अन्य बुनियादी ढांचा मुहैया करवाने के इलावा मुकाबलों की तैयारी के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों मुकाबलों में अच्छी कारगुज़ारी दिखाने में मदद मिलेगी।
इससे पहले खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने मुख्यमंत्री के इस पृथक प्रयास की सराहना करते हुये कहा कि यह उभरते खिलाड़ियों को भी बढ़िया प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।
इस दौरान खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री का इस प्रयास के लिए धन्यवाद भी किया। हॉकी खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह ने अपने विचार सांझा करते हुये कहा कि यह उसके लिए बहुत बड़ा दिन है, उन्होंने 2021 में पदक जीता था परन्तु आज यह नौकरी मिली है। यह मुख्यमंत्री के ख़ुद खेल प्रेमी होने के कारण संभव हुआ। हरमनप्रीत सिंह ने राज्य सरकार की तरफ से ‘खेडां वतन पंजाब दीयां’ की पहलकदमी की भी सराहना की।
एक अन्य खिलाड़ी रुपिन्दरपाल सिंह ने खिलाड़ियों को पी. सी. एस. और पी. पी. एस. नौकरियां देने के लिए मुख्यमंत्री का दिल से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पहली बार पी. सी. एस. खिड़ारियों को किसी राज्य सरकार की तरफ से सीधे तौर पर नियुक्त किया गया है। रुपिन्दरपाल सिंह ने कहा कि इससे खिलाड़ियों को खेल के क्षेत्र में और भी बढ़िया प्रदर्शन करने और देश का नाम रौशन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।