वित्तीय योजना के लक्ष्य का निर्धारण आवश्यक: एसआरएचयू में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट (एसआरएचयू) और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (ऐम्फ़ी) ने संयुक्त रूप से निवेशक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने व्यवस्थित तरीके से निवेश करने के विषय में जानकारी दी।
शुक्रवार को आदि कैलाश सभागार में कार्यक्रम की शुरूआत संस्थापक डॉ. स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित की गयी। मुख्य अतिथि ऐम्फ़ी के चीफ एग्जीक्यूटिव वेंकट चालासानी ने कहा कि हमारे देश का आर्थिक विकास निवेशकों की जागरुकता एवं उनके सहयोग पर ही निर्भर करता है। हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की श्रेणी में आ जाए। उसके लिए निवेशकों का सहयोग एवं अंशदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने निवेश निर्णय की प्रक्रिया का बडे ही सरल ढंग से समझाया।
मुख्य वक्ता एम्फी के वरिष्ठ सलाहकार सूर्यकांत शर्मा ने वित्तीय सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक निवेशक को समृद्धि से पहले वित्तीय सुरक्षा का इंतज़ाम करना चाहिए और जीवन बीमा, चिकित्सा बीमा कवर और एक आपातकालीन निधि को सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों को आगाह किया कि सरकारी योजनाओं को छोड़कर अधिकांश निवेशों में जोखिम होता है लेकिन जोखिम को सरल सूत्र द्वारा कम तथा प्रबंधित किया जा सकता है और वो है – सोचें, समझें और निवेश करें। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि भारतीय समाज में वित्तीय साक्षरता का अभाव है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया वह अभी से अपनी वित्तीय योजना के लक्ष्य को निर्धारित करे। कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के युग में निवेश से संबंधित समस्त सूचनाएँ उपलब्ध है। वे उन सूचनाओं के आधार पर विश्लेषण करके अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप विनियोग कर सकते है। इससे पूर्व हिमालयन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के प्रिंसिपल डॉ. मोहित वर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के समापन पर प्रश्नोत्तर काल का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों के पूछे गये प्रश्नों का जवाब विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। गरिमा कपूर ने कार्यक्रम का संचालन किया और एकता राव ने उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।