बेहोशी का जीवन जी रहे हैं हम।
योग योग योगेस्वरे
भूत भूत भूतेस्वराय
लेखक:- जुगल किशोर भट्ट : उपरोक्त 5, 6 लाईन का मंत्र है इस का ऊंचे स्वरों में उच्चारण करते रहने से हमारा मूलाधार क्रियाशील हो जाता है। मैं आप लोगों के आस्रीबाद से रात को सोने से पहले 7 दिसtime करता हूं। तो मैं आज इस महामंत्र को सुबह सुन रहा था u tube पर तो एक छोटे बच्चे ने क्मेंट्स में लिखा था I am a kid, this is my sleeping song. मेरी दृष्टि में ऐसे बच्चे ओ हैं जो पिछले जनम में योगभ्रष्ट हो गए थे। इसीलिए उन्हें ऐसे उच्चकोटि के परिवार मिल जाता है।भगवान उन्हे पिछला जो छूट गया उसे दुबारा पूरा करने का मौका प्रदान करते हैं। जो एक बच्चा इतनी कम उम्र में जान रहा है। और एक हम हैं जो 75% उम्र पार होने पर भी बेहोशी का जीवन जी रहे हैं। हमे प्रेरणा मिलती की ज्ञान किसी से भी लिया जा सकता है। उसमे उम्र कोई बाधा नहीं है।